
यूपी के माफिया रहे मुख्तार अंसारी की गुरुवार को बांदा जेल में तबीयत खराब होने के बाद मौत हो गई. इसके बाद शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराकर शव परिवार को सौंप दिया गया है. मुख्तार को शनिवार को मोहम्मदाबाद स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. इसके लिए डीआईजी वाराणसी रेंज ओमप्रकाश सिंह, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और एसपी ओमवीर सिंह ने पुलिस बल के साथ कब्रिस्तान का मुआयना भी किया है. मुख्तार अंसारी की कब्र उनके पिता सुभान उल्लाह अंसारी के बगल में खोदी जाएगी. वहीं मुख्तार अंसारी का शव परिवारवालों की मौजूदगी में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.
मुख्तार अंसारी को आज सुबह 10 बजे कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. मुख्तार के भतीजे विधायक सुहैब अंसारी ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है. अब्बास अंसारी ने अपने पिता मुख्तार के जनाजे में शामिल होने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. सुप्रीम कोर्ट में आज छुट्टी है, इसलिए अब्बास अंसारी के वकील ने SC के वेकेशन ऑफिसर से संपर्क किया है और कोर्ट से जल्द से जल्द इस मांग पर सुनवाई की मांग की है. लिहाजा अब्बास अंसारी की याचिका पर आज रात सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की संभावना नहीं है. बताया जा रहा है कि जेल में बंद अब्बास के पहुंचने की संभावना नहीं है. वहीं मुख्तार के जनाजे में पत्नी अफशां अंसारी के पहुंचने की भी कोई संभावना नहीं हैं, क्योंकि अफशां अंसारी पर कुल 11 केस दर्ज हैं और वह फरार है.
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भारी सुरक्षा के बीच ले जाया गया शव
मुख्तार का शव भारी पुलिस सुरक्षा के बीच गाजीपुर के लिए रवाना किया गया. मुख्तार के शव के साथ पुलिस का काफिला चल रहा है. काफिले में पुलिस की कई गाड़ियां मौजूद हैं. मुख्तार का शव पहुंचाने के लिए पुलिस ने पहले से ही रूट तैयार कर लिया था. मुख्तार को बांदा से चित्रकूट, कौशांबी, भदोही होते हुए गाजीपुर ले जाया जा रहा है. काफिले में 2 वज्र वाहन, 2 एंबुलेंस और दर्जनभर पुलिस की गाड़ियां मौजूद हैं. एक डिप्टी एसपी रैंक के अफसर के नेतृत्व में काफिला रवाना हुआ.
बेटे उमर ने की थी AIIMS में पिता के पोस्टमॉर्टम की मांग
बता दें कि मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने बांदा के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मांग की थी कि उनके पिता का पोस्टमॉर्टम दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से कराया जाए. अपने पत्र में अंसारी ने लिखा कि उनके परिवार को बांदा की चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है. वहीं, उमर ने कहा कि पोस्टमॉर्टम अभी शुरू नहीं हुआ है. मैंने एक पत्र लिखा है, उसमें सब कुछ स्पष्ट रूप से लिखा है.
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लोगों ने सहानुभूति के कारण बंद रखीं दुकानें
मोहम्मदाबाद यूसुफपुर स्थित अंसारी के आवास पर शुक्रवार सुबह से ही लोग जुटने लगे. लोहटिया के वार्ड नंबर 25 के पार्षद संजीव कुमार गिहार ने बताया कि किसी ने दुकानें बंद करने का आह्वान नहीं किया था. लोगों ने सहानुभूति के कारण दुकानें बंद रखीं. मैं खुद मुख्तार अंसारी का शिकार था. उन्होंने कहा- जैसी करनी वैसी भरनी. अंसारी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने उनकी मृत्यु पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है, ‘जैसा बोओगे, वैसा काटोगे’ और ‘न्याय मिल गया है’.
कई इलाकों में धारा 144 लागू
एक अधिकारी ने बताया कि मऊ में सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है. मऊ, गाजीपुर, बलिया और आस-पास के इलाकों में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की गई है. भदोही से मिली खबर के मुताबिक, राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है क्योंकि अंसारी का शव इसी रास्ते से ले जाया जाएगा.