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'रोजे से हूं, 900 KM चलकर आया, लेकिन शीशे से भी देखने नहीं दिया...', अस्पताल में भर्ती मुख्तार से मिलने आए बेटे उमर अंसारी का बयान

मुख्तार के बेटे उमर अंसारी के मुताबिक, मैं 900 किलोमीटर चलकर आया हूं. रोजे से भी हूं. मगर मुझे मिलने नहीं दिया गया, शीशे तक से भी देखने नहीं दिया गया. हमारे साथ ज्यादती की जा रही है.  

मुख्तार से मिलने आए बेटे उमर अंसारी का बयान  मुख्तार से मिलने आए बेटे उमर अंसारी का बयान
सिद्धार्थ गुप्ता
  • बांदा ,
  • 26 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 4:43 PM IST

माफिया मुख्तार अंसारी को तबीयत खराब होने के बाद उसे बांदा जेल से मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. इस बीच मुख्तार के बेटे उमर अंसारी अपने पिता से मिलने अस्पताल पहुंचे. लेकिन उमर का कहना है कि उन्हें अपने पिता मुख्तार से मिलने नहीं दिया गया. उमर अंसारी के मुताबिक, मैं 900 किलोमीटर चलकर आया हूं. रोजे से भी हूं. मगर मुझे मिलने नहीं दिया गया, शीशे तक से भी देखने नहीं दिया गया. हमारे साथ ज्यादती की जा रही है.  

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मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी ने मीडिया से बात करते कहा कि हम कानून के रास्ते से अपनी लड़ाई लड़ेंगे और सर्वोच्च न्यायालय जाएंगे. हमें  सर्वोच्च न्यायालय से उम्मीद है. हमें न्यायपालिका पर विश्वास है कि वह हमें न्याय देंगे. मैं फिर कल आऊंगा. मुझे मिलने की इजाजत मिले. अपने पिता को देखने दिया जाए. 

उमर अंसारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जेल प्रशासन द्वारा जो पत्र भेजा गया उसमें मेरा और सांसद जी (अफजाल अंसारी) का नाम है, लेकिन फिर भी मुझे पिता से मिलने नहीं दिया जा रहा है. मैं 900 किलोमीटर दूर से आया हूं. रोजे से भी हूं फिर भी मुलाकात की इजाजत नहीं दी जा रही.   

उमर अंसारी का आरोप

बकौल उमर अंसारी- इस सरकार ने मानवता नहीं दिखाई है. पुलिस, नियम, कानून सबकुछ है लेकिन मानवता भी एक चीज होती है. हमें बताया गया था कि हम केवल एक ही आदमी को मिलने देंगे. चाहे मैं मिल लूं या फिर अफजाल अंसारी लेकिन फिर भी मुझे नहीं मिलने दिया गया.  मेरी कामना है कि वह (मुख्तार) जल्द ठीक हो जाएं. कल फिर आऊंगा, शायद मुलाकात हो जाए. 

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उमर अंसारी ने आगे कहा कि 25-26 साल के अपने जीवनकाल में 25 साल बिना अपने पिता के रहा हूं. मैंने पिता के बिना बकरीद मनाई, दीपावली मनाई. आज जब मैं उनको इस परिस्थिति में देखता हूं तो बहुत कष्ट होता है. मुझे शीशे से भी उनको देखने नहीं दिया गया है. 

माफिया की तबीयत खराब, अस्पताल में चल रहा इलाज 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार की देर रात को जब मुख्तार की तबीयत खराब हुई तो जेल प्रशासन ने आनन-फानन में चिकित्सकों को बुलाया गया. जांच-पड़ताल करने के बाद मुख्तार अंसारी को मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती कराने की सलाह दी गई है. जिसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार को मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती कराया गया. 

बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उन्हें जेल में बेहतर सुविधा नहीं मिली रही है. साथ ही उन्होंने बांदा जेल में किसी अनहोनी की आशंका जताते हुए अपनी जान का खतरा भी बताया था. 

मेडिकल कॉलेज की ओर से जारी मुख्तार अंसारी की हेल्थ रिपोर्ट के अनुसार, "मुख्तार अंसारी (उम्र-62 वर्ष) को 26 मार्च की सुबह आरडीएमसी बांदा में पेट में दर्द, 4-5 दिनों तक मल त्यागने में असमर्थता और पेट फूलने की शिकायत के साथ भर्ती कराया गया. मरीज को भर्ती करने के बाद इलाज शुरू कर दिया गया है. मरीज की हालत फिलहाल स्थिर है."

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जेल प्रशासन ने क्या बताया? 

बांदा जेल प्रशासन ने कहा- "बंदी मुख्तार अंसारी की तबियत रात में अचानक खराब हो जाने तथा रात्रि में शौचालय में गिर जाने के कारण तत्काल जेल डॉक्टर द्वारा उपचार दिया गया तथा जिला प्रशासन को अवगत कराकर डॉक्टर्स की टीम बुलायी गई, जिसके द्वारा बंदी को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. रात्रि में ही बंदी को पुलिस सुरक्षा में मेडिकल कालेज बांदा भर्ती करा दिया गया, जहां बंदी का उपचार हो रहा है."

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