
सौरभ हत्याकांड में पत्नी मुस्कान गिरफ्तार हो चुकी है. उसकी मां कविता रस्तोगी ने बताया कि उनकी बेटी ने उन्हें फोन किया था. बोली- मम्मी, प्लीज पीहू से मेरी बात करवा दो.कविता ने बताया कि हमने उसकी बात पीहू से करवाई और कुछ ही देर बाद मुस्कान फूट-फूटकर रोने लगी.
घर आकर सब बताया
मुस्कान की मां कविता ने बताया कि 17 मार्च की रात को ये वापस आए थे. अगले दिन 18 तारीख को मुझे बारह बजे फोन किया. पीहू से बात करने के बाद जब वह रोने लगी तो मैंने जब उसे ढांढस बंधाते हुए पूछा कि क्या हुआ, तो वह बोली, मम्मी, मैं घर आकर बताऊंगी.जब वह घर आई, तो अकेली थी. मां ने तुरंत सवाल किया, सौरभ कहां है? मुस्कान ने पहले कोई जवाब नहीं दिया, फिर कहा, मैं पीहू से मिलने आई हूं. लेकिन उसकी घबराहट और लगातार रोने से वह समझ गई कि कुछ तो गड़बड़ है. आखिरकार, जब मां ने सख्ती से पूछा, तो मुस्कान फूट पड़ी और कहा, मम्मी, उनका मर्डर हो गया. मुस्कान ने अपने माता-पिता को बताया कि सौरभ के घरवाले उसे तलाक दिलवाना चाहते थे, लेकिन सौरभ इसके लिए तैयार नहीं था. इसलिए, परिवार वालों ने ही उसकी हत्या कर दी.
मां कविता कहती है कि को यह सुनकर हमें झटका लगा. हमने सवाल किया, बेटा, तूने यह पहले क्यों नहीं बताया ? तू पंद्रह दिन वहां थी, हत्या के समय तूने शोर क्यों नहीं मचाया? पुलिस को क्यों नहीं बुलाया ?
मुस्कान के पास इन सवालों का कोई ठोस जवाब नहीं था. मुस्कान की मां ने बताया कि वह पिता से ज्यादा प्यार करती थी. उनकी हर बात मानती थी. पिता ने उससे सच्चाई जानने की कोशिश की. उन्होंने कहा, "बेटा, अगर तू फंस गई है तो भी सच बता. हम तेरा साथ देंगे, लेकिन सच बोलना जरूरी है. पहले वह टालती रही. लेकिन जब पिता ने भरोसा दिलाया कि वे उसका साथ देंगे, तो उसने कबूल कर लिया और बताया कि मैंने और मेरे दोस्त साहिल ने सौरभ को मार डाला.
न्याय मिलना चाहिए
मुस्कान की मां का कहना है कि वह केवल दिखावे के लिए यह नहीं कह रहीं, बल्कि सौरभ को इंसाफ मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह हमारा भी बेटा है, हम जानते हैं कि किसी परिवार का बेटा खोना कितना दर्दनाक होता है. सौरभ को न्याय मिलना ही चाहिए.