
लखनऊ में कांग्रेस के 'विधानसभा घेराव' के दौरान पार्टी के एक युवा नेता प्रभात पांडेय की मौत हो गई. प्रभात गोरखपुर के देईपार के रहने वाले थे. जैसे ही उनका शव गांव पहुंचा वहां मातम पसर गया. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. पुलिस ने चाचा मनीष पांडेय की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. आज कड़ी सुरक्षा के बीच प्रभात का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
वहीं, यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने सरकार से एक करोड़ रुपये का मुआवजा और मृतक के परिवार में किसी एक को सरकारी नौकरी देने की मांग की है. कांग्रेस वर्कर की मौत पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत पार्टी के कई बड़े नेताओं ने भी प्रतिक्रिया दी है.
आपको बता दें कि कांग्रेस के युवा नेता 31 वर्षीय प्रभात पांडेय का देर रात पोस्टमार्टम कराने के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया. पोस्टमार्टम की बाकायदा वीडियोग्राफी भी कराई गई है. फोरेंसिक टीम के साथ डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी वहां मौजूद रहे.
किया जा रहा ये दावा
आरोप है कि मौत के ठीक पहले दो घंटे तक प्रभात लखनऊ के कांग्रेस कार्यालय में बेहोश थे. उनका हाथ-पैर ठंडा पड़ चुका था. शाम 5 बजे उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसके बाद प्रभात की मौत पर राजनीति शुरू हो गई.
प्रभात पांडे की मौत के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने प्रदर्शन के दौरान बीजेपी सरकार में पुलिस पर बल प्रयोग का आरोप लगाया. तो वहीं राहुल और प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया साइट X पर इसे बीजेपीराज में पुलिस की बर्बरता करार दिया.
उधर, पुलिस ने इस मामले में अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है. यूपी पुलिस के आलाधिकारियों ने कहा है कि लखनऊ कांग्रेस कार्यालय से बुधवार शाम 5 बजे जब प्रभात को अस्पताल लाया गया, तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद ही मौत की असली वजह का पता चलेगा. पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान किसी भी तरह के बल प्रयोग से इनकार किया है.
मृतक के चाचा ने कही ये बात
वहीं, इस पूरे मामले में मृतक के चाचा मनीष पांडेय ने बताया कि उन्हें कांग्रेस कार्यालय से फोन आया कि 2 घंटे से उनका भतीजा बेसुध पड़ा है. उन्होंने बताया कि आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मनीष ने बताया कि वे इस मामले की निष्पक्ष जांच चाहते हैं. उन्होंने अपना बच्चा खो दिया है, जो अब वापस नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि इस पर किसी भी तरह की राजनीति की जरूरत नहीं है. उन्हें न्याय चाहिए. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य लोगों का फोन भी आया था. उन्होंने उनसे भी भतीजे की मौत पर सवाल किया है कि अगर वह 2 घंटे तक कांग्रेस कार्यालय पर बेहोश था, तो उसे अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया. उन्होंने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है
1 करोड़ मुआवजा, सरकारी नौकरी की मांग
फिलहाल, प्रभात पांडेय की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए अजय राय समेत कांग्रेस के बड़े नेता गोरखपुर जा रहे हैं. उन्होंने सरकार से मृतक के परिवार को 1 करोड़ मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है. साथ ही कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत कैसे हुई, इसकी जांच की जाए. जो भी दोषी हो उसे सजा मिले. अधिकारी के ख़िलाफ़ भी कार्रवाई हो.
लखनऊ पुलिस का बयान
डीसीपी सेंट्रल लखनऊ रवीना त्यागी ने बताया- शाम करीब 5 बजे प्रभात पांडे पुत्र दीपक पांडे निवासी गोरखपुर को कांग्रेस कार्यालय परिसर से एक गाड़ी में बेहोशी की हालत में सिविल अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों के मुताबिक, उसके शरीर पर कोई चोट नहीं हैं. पोस्टमार्टम कराया गया है, रिपोर्ट आने के बाद सच्चाई सामने आएगी.