
यूपी के बरेली में एक युवती ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया. साथ ही उसने हिंदू रीति-रिवाज से अपने प्रेमी से शादी की है. बरेली के अगस्त मुनि आश्रम में शादी समारोह का आयोजन हुआ. इस दौरान दुल्हन ने हिंदू धर्म अपनाने और लव स्टोरी को लेकर बेबाकी से अपनी बात कही.
अगस्त मुनि आश्रम के आचार्य पंडित के. के. शंकर ने बताया कि युवक अर्जुन सागर और युवती मुस्कान बदायूं जिले के गोराई गांव के रहने वाले हैं. युवती मुस्लिम धर्म से है और युवक हिंदू. युवती ने अपनी मर्जी से शादी की है.
'मुलाकात धीरे-धीरे दोस्ती में बदल गई'
मुस्कान का कहना है कि दलित समुदाय का अर्जुन सागर अक्सर उसके गांव रिश्तेदारी में आता-जाता था. तभी मुलाकात हुई. ये बात उस समय की है जब कोरोना की वजह से लॉकडाउन लगा हुआ था. दोनों की मुलाकात धीरे-धीरे दोस्ती में बदल गई. फिर दोस्ती प्यार में बदल गई.
इसके बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया. मगर यह रास्ता इतना आसान नहीं था. दोनों की लव स्टोरी के बीच धर्म की दीवार थी. इसी बीच बरेली के अगस्त मुनि आश्रम के बारे में पता चला तो युवती ने संपर्क किया और अपनी मर्जी से आश्रम में शादी कर ली.
'परिवार से है जान का खतरा'
मुस्कान का कहना है कि उसने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म में वापसी की है. अब उसने अपना नाम मुस्कान सागर रख लिया. ऐसे में उसके पति को मायकेवालों से जान का खतरा है. इसको लेकर उसने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर सुरक्षा की गुहार लगाई है.
'तीन तलाक और हलाला पसंद नहीं'
युवक और युवती ने बताया कि पिछले 4 साल से दोनों के बीच प्रेम संबंध है. युवती का कहना है कि इस्लाम धर्म में महिलाओं को सम्मान नहीं मिलता है, जबकि सनातन धर्म में सम्मान और इज्जत है. इस्लाम में तीन तलाक और हलाला उसे पसंद नहीं है. अर्जुन सागर का कहना है, 'हमने अपनी मर्जी से शादी की है. कोई जोर दबाव नहीं है. मैं टेंपो चलाता हूं'.