Advertisement

अमरीना ने राधिका बनकर भरी मांग और पहना मंगलसूत्र, बोली- अब तीन तलाक का डर नहीं

बिजनौर की रहने वाली अमरीना ने बरेली में सनातन धर्म अपनाया और अपने प्रेमी से हिंदू रीति-रिवाज से शादी की. अमरीना ऊर्फ राधिका ने बताया कि वो इस शादी से बेहद खुश हैं. हिंदू धर्म में तीन तलाक नहीं होता है और वो अपनी आगे की जिंदगी खुशी-खुशी जी सकेगी. बरेली के पंडित केके शंखधार ने बुधवार रात दोनों की हिंदू रीति रिवाज से शादी कराई.

अमरीना ने राधिका बन मुस्लिम लड़की ने हिंदू रीति रिवाज से की शादी अमरीना ने राधिका बन मुस्लिम लड़की ने हिंदू रीति रिवाज से की शादी
संजीव शर्मा
  • बिजनौर ,
  • 29 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 12:05 PM IST

बिजनौर की रहने वाली 21 वर्षीय अमरीना ने बरेली में सनातन धर्म अपनाया और अगस्त्यमुनि आश्रम के मंदिर में अपने प्रेमी पप्पू कोरी से हिंदू रीति रिवाज से शादी की. मुस्लिस धर्म त्याग कर वह अमरीना से राधिका बन गई हैं. शादी के बाद से अमरीना बेहद खुश हैं उनका कहना है कि इस शादी से तीन तलाक का डर भी खत्म हो गया. कुछ लोगों को इस रिश्ते से परेशानी हो रही, इसलिए वह घर वापस नहीं जाएंगी और पति के साथ ही रहेंगी.  

Advertisement

पंडित केके शंखधार ने करवाई शादी

बरेली स्थित अगस्त मुनी आश्रम के आचार्य पंडित केके शंखधार ने बुधवार रात दोनों की हिंदू रीति रिवाज से शादी कराई. इससे पहले पंडित शंखधार 64 मुस्लिम लड़कियों की शादी हिंदू लड़कों से करा चुके हैं. जिसके बाद उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं. पंडित केके शंखधार का कहना है कि लगातार मुस्लिम लड़कियां विश्वास की वजह से हिंदू धर्म अपना कर हिंदू लड़कों से शादी कर रही हैं. हिंदू लड़के से शादी के बाद तीन तलाक का खतरा नहीं रहता है. आचार्य केके शंखधार ने बताया कि विवाह से पहले गंगाजल से शुद्विकरण कराया गया. उसके बाद अमरीना उर्फ राधिका की शादी रामपुर के शाहबाद निवासी पप्पू कोरी से कराई.

मिस कॉल से शुरू हुआ मोहब्बत का सफर

राधिका ने बताया कि वह बिजनौर जिले के सादात कोतवाली क्षेत्र के कुलारकी की रहने वाली है. आधार कार्ड पर उसके जन्म की तारीख 9 अगस्त 2000 है और बालिग है. राधिका ने बताया कि अक्टूबर 2020 में उनके मोबाइल पर एक अनजान युवक का मिस कॉल आया. कॉल बैक किया तो पप्पू से बात हुई और उन्होंने कहा कि गलती से कॉल लग गई. इसके बाद बातचीत शुरू हुई और दोस्ती प्यार में बदल गई. फिर दोनों ने शादी करने का फैसला किया.

Advertisement

राधिका ने बताया कि हिंदुओं में तीन तलाक नहीं दिया जाता. मुस्लिम समाज में कभी भी तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया जाता है. उनके  पड़ोस के रहने वाली युवती का निकाह पांच साल पहले हुआ था. लेकिन पति ने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया. वह अपने प्रेमी पप्पू से शादी से बेहद खुश हैं. 
 
बता दें, बरेली इस समय धर्म परिवर्तन को लेकर चर्चा का केंद्र बना हुआ है. इसी माह में अमरीना उर्फ राधिका का हिंदू लड़के से शादी करने का यह तीसरा मामला है. इससे पहले 30 नवंबर को शहनाज उर्फ सुमन ने धर्म परविर्तन कर अपने प्रेमी अजय से मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से शादी की थी इसके अलावा नवंबर 30 को इरम सैफी ने धर्म परिवर्तन कर अपना नाम स्वाति रख लिया था.  

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement