
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक प्राइवेट स्कूल में एक छात्र को सहपाठियों से थप्पड़ लगवाने के मामले में नई बात सामने आई है. इस घटना के बाद से छात्र रविवार को काफी परेशान रहा और ठीक से सो तक नहीं पाया. इसके बाद उसे मेडिकल जांच के लिए मेरठ ले जाया गया. हालांकि, अब उसकी हालत ठीक है.
घटना का शिकार हुए नेहा पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले दूसरी कक्षा के छात्र के पिता इरशाद ने बताया कि उनके बेटे को मेरठ ले जाने पर डॉक्टर ने बताया कि वह सामान्य है, लेकिन स्कूल में मारपीट के बाद लगातार घटना से जुड़े सवाल पूछे जाने से वह परेशान हो गया है. वहीं, जब छात्र के पिता से स्कूल टीचर तृप्ता त्यागी के साथ समझौते को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि उनके साथ किसी तरह का समझौता नहीं होगा.
इस घटना के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर छात्र के परिवार वाले सहमत होंगे तो उसे सरकारी प्राथमिक विद्यालय में दाखिला दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग खब्बूपुर गांव में नेहा पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले दूसरे छात्रों के ट्रांसफर की भी सुविधा देगा. बता दें कि जिस छात्र को थप्पड़ मारा गया उसके पिता नहीं चाहते कि उनका बेटा वहां (नेहा पब्लिक स्कूल) आगे पढ़ाई करे.
गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ने को तैयार
बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला ने एजेंसी को बताया कि उन्होंने छात्र से बात की तो उसने गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल में पढ़ने की इच्छा जताई. बेटे को सरकारी स्कूल में दाखिला दिलाने के बारे में पूछे जाने पर इरशाद ने कहा कि परिवार ने इस बारे में फैसला नहीं किया है क्योंकि लड़का परेशान है. बीएसए शुक्ला ने बताया कि खब्बूपुर गांव का निजी स्कूल बंद नहीं होगा और सामान्य शिक्षण गतिविधियां जारी रहेंगी. स्कूल को एक माह में अपनी संबद्धता के संबंध में विभाग को स्पष्टीकरण देने को कहा गया है. बीएसए ने बताया कि यह स्कूल पांचवी तक चलता है और इसमें तीन शिक्षक हैं. नेहा पब्लिक स्कूल उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग से संबद्ध है.
पहाड़ा याद नही किया इसलिए...
दरअसल, मामला मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्बापुर गांव का है. यहां प्राइवेट स्कूल नेहा पब्लिक स्कूल की टीचर तृप्ता त्यागी एक बच्चे को अन्य बच्चों से पिटवा रही थी. बच्चे की गलती बस इतनी थी कि उसने पहाड़ा नहीं याद किया था. इसी बात पर टीचर को इतना गुस्सा आया कि बच्चे को बुरी तरह पिटवा दिया. पीड़ित बच्चे ने बताया था, 'मैंने पहाड़ा नहीं याद किया था, इसलिए मेरे सहपाठियों ने थप्पड़ मारे'.