
अयोध्या पर्व कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मुझे याद है कार्यकर्ता पूछते थे कि हम अपने जीवन में रामजन्मभूमि देख पाएंगे. यह सवाल दिल को बहुत ठेस पहुंचाता था, लेकिन लाखों लोगों के समर्पण के बाद यह सब कुछ संभव हो पाया. इस दौरान गडकरी ने बताया कि रामजन्मभूमि का फैसला जिस जज ने किया वह मेरे दोस्त भी थे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, मैंने जज साहब बोबडे जी को कहा था कि जो फैसला आपने दिया है, वह ऐतिहासिक है. मैंने यह देखा कि हमारे दर्शनीय स्थलों पर साफ सफाई नहीं है. मंत्री बनने के बाद एक लाख करोड़ का प्रोजेक्ट हमने उठाया. अयोध्या में 25 से 30 करोड़ का प्रोजेक्ट हमने किया. हमने तय किया कि एंफीबियन हवाई जहाज से अयोध्या और वाराणसी के लिए प्लान हो रहा है.
गडकरी ने कहा कि रामराज्य का संबंध जीवन मूल्यों से है. मंदिर निर्माण पूरा हुआ है. रामराज्य के आदर्शवाद हैं, जिसमें आर्थिक और सामाजिक संपन्नता की बात है यह हमारा अंतिम उद्देश्य था. यदि रामराज्य लाना है तो गन्ने से गुड़ नहीं बल्कि इथेनॉल बनाओ और रामराज्य लाओ. अयोध्या को यदि समृद्ध बनाना है तो तकनीक का सहारा लेना होगा. इसी से रामराज्य कायम हो पाएगा.
नागपुर को लेकर भी बोले नितिन गडकरी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैंने नागपुर में 4000 लोगों के बैठने के लिए फाउंटेन बनाया है. उस पर इतिहास आता है. मेरी इच्छा है कि सरयू पर ऐसा फाउंटेन बने जिसमें 3 घंटे का शो बने और लोग रामायण को जानें-समझें. प्रभु रामचंद्र का इतिहास सभी भाषा में बने और लोग समझें.