
पाकिस्तानी सीमा हैदर मामले की जांच अब UP ATS कर रही है. उन्हें आज दोबारा पूछताछ के लिए जे जाया गया है. सोमवार को जांच टीम ने सीमा-सचिन से 8 घंटे की पूछताछ की. जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए. यह पूछताछ सोमवार दोपहर ढाई बजे से रात 10 बजे तक चली. दोनों को अलग-अलग कमरों में बैठा कर बयान लिए गए.
सचिन के पिता से भी पूछताछ की गई. जांच के दौरान सीमा के मोबाइल चेक किया गया तो उसका सारा डाटा डिलीट मिला. जांच एजेंसियों की मानें तो सीमा के मोबाइल से कई राज खुल सकते हैं. लेकिन उसने सारा डाटा डिलीट कर दिया है. अब सीमा के मोबाइल डाटा को रिकवर किया जाएगा. इसी के साथ उन्हें और भी कई अहम सुराग मिले हैं.
सीमा के चाचा और भाई का पाकिस्तानी आर्मी में होना भी शक पैदा कर रहा है. साथ ही सीमा के बिना वीजा इंडिया आने को लेकर भी उससे पूछताछ की जा रही है. UP ATS ने सोमवार को सीमा हैदर के पासपोर्ट, आधार कार्ड और उसके बच्चों से जुड़े दस्तावेजों की भी जांच की. जांच के दौरान ग्रेटर नोएडा रबूपुरा थाने के थाना प्रभारी को भी बुलाया गया. थाना प्रभारी की जांच में मिले सबूतों को ATS ने अपनी जांच में शामिल किया.
इसी के साथ उन्होंने भारत नेपाल बॉर्डर पर तैनात SSB से भी रिपोर्ट तलब की. सीमा हैदर के ISI और पाकिस्तानी आर्मी से कनेक्शन को लेकर भी जांच की जा रही है. इसके अलावा सीमा हैदर द्वारा नोएडा पुलिस को दिए गए बयान और एटीएस की पूछताछ में दिए गए सवाल जवाबों का मिलान भी किया जाएगा.
वहीं, सीमा के पति गुलाम हैदर से भी UP ATS फोन पर बात करेगी. फिर सीमा के बयानों और गुलाम के बयानों को मैच किया जाएगा. बता दें, सीमा हैदर मामले की जांच अब UP ATS कर रही है.
अब तक नोएडा पुलिस के हाथ लगी थी ये जानकारी
जानकारी के मुताबिक, इसी साल मार्च में पहली बार सीमा और सचिन की काठमांडू में मुलाकात और काठमांडू के उस होटल की जानकारी नोएडा पुलिस पहले ही हासिल कर चुकी है. जिस मंदिर में दोनों ने शादी की थी, उसकी जानकारी भी नोएडा पुलिस के पास है. मगर, ये सारी जानकारी नोएडा पुलिस ने काठमांडू में अपने सोर्सेज से ही हासिल की है.
एटीएस की एक टीम जांच के लिए जाएगी नेपाल
अब चूंकि मामले की जांच एटीएस को सौंप दी गई है, लिहाजा इस बात की उम्मीद है कि एटीएस की एक टीम नेपाल जाएगी. एटीएस की टीम शारजाह एयरपोर्ट के इमिग्रेशन डिपार्टमेंट से भी जरूरी जानकारी हासिल करेगी. हालांकि, सीमा और उसके बच्चों के जो पासपोर्ट मिले हैं, उसमें पांचों के पासपोर्ट पर यूएई और नेपाल के वीजा हैं. पासपोर्ट पर यूएई और काठमांडू के इमिग्रेशन की मुहर भी है.
लखनऊ यूनिट की मदद ले सकती है एटीएस
यूपी एटीएस के सूत्रों के मुताबिक, उनके लिए सबसे जरूरी है, सीमा के मोबाइल डिटेल खंगाल कर सच को बाहर लाना. खासकर तमाम व्हाट्सऐप कॉल और चैट्स को परखना. आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक, फिलहाल सीमा और सचिन से यूपी एटीएस की नोएडा यूनिट ही पूछताछ करेगी. अगर जरूरत पड़ी तो लखनऊ यूनिट की मदद ली जा सकती है.
इस रिपोर्ट पर होगा सीमा की किस्मत का फैसला
यूपी एटीएस के एक अफसर ने बताया कि वो अपनी पूरी जांच रिपोर्ट लखनऊ पुलिस मुख्यालय को देंगे. इसके बाद वो रिपोर्ट दिल्ली में गृह मंत्रालय को भेजी जाएगी. फिर उसी रिपोर्ट के आधार पर सीमा की किस्मत का फैसला होगा. यानि सीमा भारत में सचिन के साथ ही रहेगी या उसे पाकिस्तान वापस भेज दिया जाएगा.