Advertisement

नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ट्रायल रन शुरू, अप्रैल से शुरू होगी कार्गो सेवा- Video

उत्तर प्रदेश के नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) ने अप्रैल 2025 में हवाई अड्डे के कॉमर्शियल उद्घाटन से पहले ट्रायल रन शुरू कर दिया है. इसका एक वीडियो भी सामने आया है.

रनवे पर ट्रायल करता विमान रनवे पर ट्रायल करता विमान
मनीष चौरसिया
  • नोएडा,
  • 09 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 6:40 PM IST

उत्तर प्रदेश के नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) ने अप्रैल 2025 में हवाई अड्डे के कॉमर्शियल उद्घाटन से पहले सोमवार को पहला ट्रायल रन शुरू किया. जिसका एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में एक विमान को रनवे पर देखा जा सकता है.

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक ट्रैवल रन 15 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान फ्लाइट के माध्यम से एयरपोर्ट का डाटा DGCA रिकॉर्ड करेगा. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: जेवर एयरपोर्ट के लिए विस्थापित गांवों में भरा पानी, समाधान के लिए प्रशासन ने बनाई 4 सदस्यीय कमेटी

जानकारी के अनुसार  जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अप्रैल 2025 तक कार्गो सेवा शुरू करने का लक्ष्य है. इसी को ध्यान में रखते हुए ट्रायल शुरू किया गया है. अगर ट्रायल में कोई दिक्कत आती है तो उसे दूर किया जाएगा. 

आपको बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे जेवर एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है. 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी. 3.9 किलोमीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा यह रनवे फिलहाल पूरा हो चुका है. कुछ और काम होने के बाद एयरपोर्ट पूरी तरह से फाइनल हो जाएगा. 

यह भी पढ़ें: गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट के बीच दौड़ेगी रैपिड रेल, जानें रूट को लेकर हुई बैठक में क्या निकला नतीजा

Advertisement

गौतम बुद्ध नगर जिले में स्थित इस हवाई अड्डे का विकास दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ को कम करने और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बढ़ती हवाई यातायात मांग को पूरा करने के लिए किया जा रहा है. 

1,334 एकड़ क्षेत्र में फैले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विकास यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) द्वारा किया जा रहा है, जो स्विट्जरलैंड की ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है. पूरा होने पर यह न सिर्फ भारत में एक प्रमुख विमानन केंद्र के रूप में काम करेगा, बल्कि क्षेत्रीय संपर्क, आर्थिक विकास और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement