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उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस टीम ने डिजिटल अरेस्ट करके ठगी करने वाले गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को दी. फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस का दावा है कि आरोपियों से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक रंजीत सिंह ने बताया कि घटना तब प्रकाश में आई जब एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई और कहा कि उसके साथ 'डिजिटल अरेस्ट' के जरिए 84 लाख रुपये की ठगी की गई. 'डिजिटल अरेस्ट' साइबर ठगी का एक नया तरीका है. जिसमें आरोपी खुद को सीबीआई या कस्टम अधिकारियों के रूप में पेश करता है और प्रतिबंधित दवाओं के नकली अंतरराष्ट्रीय पार्सल के नाम पर वीडियो कॉल करके लोगों को गिरफ्तार करने की धमकी देता है.
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अधिकारी ने बताया कि महिला की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू की गई और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राम सिंह, अक्षय कुमार और नरेंद्र सिंह चौहान के रूप में हुई है. अधिकारी ने बताया कि अक्षय कुमार एक बैंक कर्मचारी है और राम सिंह एक खाताधारक है.
आरोपी धोखाधड़ी के कई मामलों में शामिल हैं. उनके एक साथी उमेश महाजन को पिछले साल 30 जुलाई को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है. पूछताछ में कई बड़े खुलासे भी हो सकते हैं.