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'अब मैं क्विट कर रहा हूं', सुसाइड नोट लिखकर IIT कानपुर के छात्र ने दी जान

उत्तर प्रदेश के कानपुर आईआईटी से केमिस्ट्री से पीएचडी कर रहे छात्र अंकित यादव ने अपने हॉस्टल के कमरे में सोमवार को सुसाइड कर लिया. छात्र के इस कदम से दोस्त भी हैरान हैं.

कानपुर में आईआईटी छात्र ने की आत्महत्या कानपुर में आईआईटी छात्र ने की आत्महत्या
रंजय सिंह
  • कानपुर,
  • 11 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 12:27 PM IST

उत्तर प्रदेश के कानपुर आईआईटी से केमिस्ट्री से पीएचडी कर रहे छात्र अंकित यादव ने अपने हॉस्टल के कमरे में सोमवार को सुसाइड कर लिया. इस घटना की जानकारी तब लगी, जब छात्र की फ्रेंड उससे मिलने गई और दरवाजा बंद पाया. इसके बाद फ्रेंड ने खिड़की से देखा तो छात्र का शव फंदे से लटक रहा था. 

इसके बाद फ्रेंड ने प्रशासन को सूचना दी. जिसके बाद मौके पर पहुंचकर आईआईटी प्रशासन ने कमरे का दरवाजा तुड़वाकर छात्र को संस्थान के अस्पताल भिजवाया. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस की टीम ने फोरेंसिक जांच के बाद शव का पंचनामा करके डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया.

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जानकारी के अनुसार मृतक छात्र नोएडा का रहने वाला था और 2024 में उसने पीएचडी के लिए आईटी में दाखिला लिया था. छात्र के पिता रामसूरत यादव नोएडा के जागृति अपार्टमेंट में रहते हैं. वहीं, सूचना पर पहुंचे छात्र के चाचा प्रदीप यादव का कहना है अंकित शुरू से ही पढ़ने में तेज था. हम लोगों को उससे बहुत अपेक्षाएं थीं. दो दिन पहले ही से बात हुई थी. वह नॉर्मल था, उसने ऐसा कदम क्यों उठाया, इसको लेकर किसी को कुछ नहीं पता है.

इस मामले पर एसीपी अभिषेक पांडे का कहना है छात्र के सुसाइड की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. उसके कमरे से सुसाइड नोट मिला है. जिसमें उसने लिखा है कि अब मैं क्विट कर रहा हूं. इसमें किसी का इंवॉल्वमेंट नहीं है. फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.

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2 महीने पहले भी एक छात्रा ने की थी आत्महत्या

2 महीने पहले यानि कि 29 दिसंबर 2024 को प्रियंका जायसवाल नामक एक छात्रा ने भी सुसाइड किया था. छात्रा झारखंड के दुमका की रहने वाली थी और केमिकल इंजीनियरिंग से पीएचडी कर रही थी. इससे पहले आईआईटी कानपुर में ओडिशा निवासी फैकल्टी सदस्य पल्लवी चिल्का ने भी आत्महत्या कर ली थी.

बीते जनवरी माह 2024 में पीएचडी छात्र विकास मीणा ने भी फांसी लगाकर जान दे दी थी. इसके अलावा 2022 में वाराणसी निवासी पीएचडी छात्र प्रशांत सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इससे भी पहले 2021 में संस्थान में असिस्टेंट रजिस्ट्रार सुरजीत दास ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. 

नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)

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