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'पहले ममता, अब KCR भी वही काम कर रहे,' नीतीश के 'विपक्षी एकता' के बयान पर बोले अखिलेश यादव

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार को मैनपुरी से सांसद और पत्नी डिंपल के साथ दिल्ली पहुंचे. यहां डिंपल ने संसद भवन में सांसद पद की शपथ ली. वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विपक्षी एकता के सवाल पर कहा- जब विपक्षी नेता एक साथ बैठेंगे तो रास्ता निकलेगा. जो एक्सरसाइज लगातार चल रही है. ममताजी, नीतीशजी, KCR साहब... लगातार प्रयास हो रहा है कि एक अल्टरनेट बने.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव. (फोटो- PTI) सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव. (फोटो- PTI)
अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 12 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 6:30 PM IST

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए के खिलाफ मोर्चा खड़ा करने की कोशिश में लगे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का साथ मिला है. नीतीश के 2024 में विपक्षी एकता के बयान पर अखिलेश ने कहा है कि अच्छी बात है कि नीतीश कुमारजी ने यह बात कही. यही प्रयास सभी नेताओं की तरफ से चल रहे हैं. शुरुआती दौर में भी मैंने यही बात कही. नीतीश कुमारजी ऐसा काम कर रहे हैं. तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर साहब वही काम कर रहे हैं. ममता बनर्जी ने भी कोशिश की. मैं समझता हूं कि यह सब बड़े नेता कोशिश कर रहे हैं तो इसका एक रास्ता निकलेगा. 

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कांग्रेस को इस गठबंधन में शामिल होने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह जो लोग प्रयास कर रहे हैं, मुझे लगता है जब ये लोग  बैठेंगे तो रास्ता जरूर निकलेगा. 2024 को लेकर लगातार प्रयास हो रहे हैं कि एक अल्टरनेट बने. 2024 में समाजवादी पार्टी की बहुत बड़ी जीत होगी उत्तर प्रदेश में. रास्ता इसलिए जरूरी है, क्योंकि किसान को खाद सरकार नहीं दे पा रहे हैं. उत्तर प्रदेश में फसलों का जो नुकसान हुआ, वह एक अलग है और सरकार ने भरपाई नहीं की. अभी तक धान नहीं खरीदा जा रहा है. जानवरों को लेकर बजट का हजारों करोड़ पर खर्च होने के बाद भी आज सड़कों पर जानवर हैं. आप जानवरों को दिखा करके एक्सप्रेस-वे, हाईवे पर इन्वेस्टर्स को लाना चाहते हो.

मैनपुरी ने नेगेटिव पॉलिटिक्स को ठुकरा दिया: अखिलेश

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अखिलेश ने कहा कि नेताजी ने मैनपुरी का जो विकास किया था, जो लोगों के लिए काम किया था उसको लेकर लोगों ने वोट दिया. नेताजी ने विरासत में हमको जो समाजवादी आंदोलन दिया है, हमारी जिम्मेदारी बनती है कि समाजवादी आंदोलन को और कैसे अगले 50 सालों तक लेकर जाएं. मैनपुरी के परिणाम ने नकारात्मक राजनीति को ठुकराया है. मैनपुरी के लोगों ने यह प्रतिज्ञा ली है कि सकारात्मक और सौहार्द की राजनीति आगे चलेगी.

अधिकारों को छीना जा रहा है

अखिलेश यादव ने कहा कि आज महंगाई चरम सीमा पर है. बेरोजगारी चरम सीमा पर है. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने जो सपना दिखाया था, जो अधिकार दिए थे- वह अधिकार छीने जा रहे हैं. समाजवाद का नारा देना रामराज की बात करना. बिना समाजवाद के रामराज्य क्या है? उत्तर प्रदेश के साथ जो धोखा हुआ है, यूपी को आज खुशहाली और तरक्की के रास्ते पर होना चाहिए था, लेकिन आज कहां जा रहा है. आप आज इन्वेस्टर्स को बुला रहे हैं. पिछले 5 साल के बाद यह याद आया कि यहां पर इन्वेस्टर्स को बुलाना है. आपने पिछले 5 साल में क्या किया. केंद्र सरकार से अपने क्या सहयोग लिया. अपने तमाम इन्वेस्टर्स मीट की. डिफेंस एक्सपो लगाया. परिणाम क्या है उसका? ये सब बड़े सवाल हैं. इसका जवाब बीजेपी को देना चाहिए.

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