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'फर्रूखाबाद में कौन जिलाध्यक्ष, हमें नहीं पता', पीला गमछा विवाद में राजभर ने अपने ही नेता को पहचानने से किया इनकार

फर्रूखाबाद में पीला गमछा को लेकर हुए विवाद के बारे में जब ओपी राजभर से पूछा गया तो उन्होंने अपने ही नेता को पहचानने से इनकार कर दिया. राजभर ने कहा कि हमें नहीं पता कि फर्रूखाबाद में हमारी पार्टी का जिलाध्यक्ष कौन है.

ओपी राजभर ने फर्रूखाबाद सुभासपा चीफ को पहचानने से इनकार किया. ओपी राजभर ने फर्रूखाबाद सुभासपा चीफ को पहचानने से इनकार किया.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 13 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 11:34 AM IST

यूपी के फर्रूखाबाद में पीला गमछा डालकर थाने पहुंचे सुभासपा के कार्यकर्ता की पुलिसकर्मियों ने हेकड़ी निकाल दी. इसको लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस थाना पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पार्टी के जिलाध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि अगर थाना अध्यक्ष हमारी बात नहीं सुनेंगे तो हम थाना प्रभारी के पास अपनी बात रखने जाएंगे. वहीं जब इसको लेकर ओम प्रकाश राजभर से पूछा गया तो उन्होंने अपने नेता को ही पहचानने से इनकार कर दिया.  

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ओपी राजभर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के जिलाध्यक्ष को भी पहचानने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता है कि फर्रूखाबाद में पार्टी का जिलाध्यक्ष कौन है. 

गले में पीला गमछा डालकर थाने पहुंच गया राजभर की पार्टी का कार्यकर्ता, पुलिस ने निकाली हेकड़ी

बता दें कि जब ओपी राजभर ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली, उसके बाद अपने इलाके में गए तो उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा था कि जब भी थाने में जाओ तो सफेद नहीं पीला गमछा लगाकर जाना. इससे दारोगा जी को तुम्हारी शक्ल में ओमप्रकाश राजभर दिखेगा. हालांकि जब फर्रूखाबाद के नवाबगंज में राजभर का कार्यकर्ता पीला गमछा डालकर पहुंचा तो दारोगा ने उनका गमछा और मोबाइल थाने में ही रखवा लिया.  

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सुभासपा जिला अध्यक्ष ने क्या बताया?  

सुभासपा के जिला अध्यक्ष संदेश कश्यप ने बताया, मेरे एक कार्यकर्ता को किसी बात को लेकर पुलिस थाने बुलाया गया, जहां उनके साथ पुलिसकर्मियों और थाना प्रभारी ने अभद्र व्यवहार करते हुए हमारी पार्टी का गमछा और मोबाइल छीन लिया और हमारी पार्टी के बारे में भी गलत कहा. जब हम थाना अध्यक्ष से बात करने आए तो उनकी भाषा भी अभद्र व्यवहार की रही. आज हम लोग थाना प्रभारी से बात करने आए हैं. अगर थाने की पुलिसकर्मियों थाना प्रभारी की कार्य शैली में सुधार नहीं आया तो हम लोग धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.  

पीले गमछे पर ओपी राजभर ने क्या कहा था?  

कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के बाद ओपी राजभर (OP Rajbhar) ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि जब थाने में पीला गमछा लगाकर जाओगे तो दारोगा जी ओमप्रकाश राजभर नजर आएगा. उन्होंने कहा, "थाने पर जाओ तो सफेद गमछा मत लगाओ. पीला गमछा लगा लो. बाजार में 20-25 रुपये का मिलेगा. इस गमछे को लगाकर जाओ थाने पर. जब थाने पर जाओगे तो तेरी शक्ल में ओम प्रकाश राजभर दारोगा जी को नजर आएगा. ये है पावर और जाकर बता देना कि मंत्रीजी भेजे हैं और दारोगा जी में पावर तो है नहीं कि मंत्रीजी से फोन करें कि भेजे हैं कि नहीं. बोलिए है पावर. एसपी को भी पावर नहीं है. डीएम को भी पावर नहीं है. आज जिस मुकाम पर हम खड़े हैं डीजी को भी पावर नहीं है कि वो हमसे पूछे आपने भेजा है कि नहीं भेजा है." 

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