
ज्ञानवापी-शृंगार गौरी केस (Gyanvapi-Shringar Gauri Case) को लेकर हेट स्पीच मामले में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी सहित हजारों लोगों पर 14 फरवरी को कोर्ट ने फैसला आ सकता है. मंगलवार (आज) वाराणसी के ACJM पंचम उज्जवल उपाध्याय की कोर्ट में इस मामले में सुनवाई पूरी कर ली गई है. वहीं, मामले को लेकर ऑर्डर भी रिजर्व हो गया है.
महीनों से जारी है सुनवाई
महीनों तक चली सुनवाई के दौरान वाराणसी के एसीजेएम पंचम, एमपी एमएलए जज उज्जवल उपाध्याय ने केस को पोषणीय माना था. मंगलवार को इस मामले में वादी मुकदमा हरिशंकर पांडे और वादी की तरफ से वकील अजय प्रताप सिंह ने बताया कि मामले में बहस पूरी हो गई है और कोर्ट ने आदेश को 14 फरवरी को सुनाने के लिए सुरक्षित कर लिया है.
मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे सकती है कोर्ट
मामले में कोर्ट सीधे संबंधित थाने को 156 (3) के तहत मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे सकती है या परिवाद के रूप में खुद ही दर्ज कर सकती है. यह भी हो सकता है कि उनके दावे को खारिज कर दिया जाए, लेकिन इसकी संभावना बहुत कम है.
दरअसल, वादी पक्ष ने कोर्ट के पटल पर पर्याप्त सबूत पेश किए हैं. इन दिनों धार्मिक उन्माद फैलाने के तमाम मामलों में लोगों पर मुकदमे भी हो रहे हैं. लिहाजा, वकील अजय प्रताप सिंह ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस मामले में भी कार्रवाई होनी चाहिए.
अखिलेश और ओवैसी भाइयों के अलावा इन लोगों के नाम
हेट स्पीच मामले में अखिलेश और ओवैसी भाइयों के अलावा पांच लोगों के नाम भी शामिल हैं. इनमें मौलाना अब्दुल वागी (प्रेसिडेंट), मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी (सेक्रेटरी), मुफ्ती-ए-बनारस और इमाम ओ-खातिब (शाही जामा मस्जिद ज्ञानवापी), सैयद मोहम्मद यासिन (ज्वाइण्ट सेक्रेटरी), अन्य पदाधिकारीगण अंजुमन इन्तेजामिया मस्जिद (ज्ञानवापी) वाराणसी, युसुफ खान, पुत्र अमूल खां लल्लापुरा निवासी वाराणसी का नाम शामिल है.
अखिलेश ने कही थी यह बात
उस दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बयान दिया था, ''किसी पीपल के पेड़ के नीचे पत्थर रख दिया जाए और एक झंडा लगा दिया जाए, तो एक मंदिर बन जाता है.'' इसके अलावा अखिलेश ने कहा था कि रात के अंधेरे मे मूर्तियां रख दी जाती हैं और सुबह भगवान प्रकट हो जाते हैं.
ओवैसी भाइयों ने बोले थे ये शब्द
ओवैसी ने ज्ञानवापी मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग को फव्वारा बताया था और मुस्लिमों से वहां जाकर नमाज पढ़ने और वजू करने की भी अपील की थी. वहीं, उनके भाई अकबरुद्दीन ने माता सीता, दुर्गा और माता लक्ष्मी पर भद्दी टिप्पणियां की थीं, जिसके खिलाफ वाराणसी न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया था.