
पीएम मोदी अपने वाराणसी दौरे में रविदास मंदिर जाएंगे. यहां पीएम रविदास संप्रदाय को मानने वाले करीब 40 हजार लोगों को संबोधित करेंगे. इससे पहले पीएम संत रविदास के मंदिर में मत्था टेकेंगे और लंगर चखेंगे. इसके बाद मंदिर के पास एक बड़े मैदान में 25 फीट की संत रविदास की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे.
दरअसल, संत रविदास को रैदास संप्रदाय अपना इष्ट, अपना भगवान मानता है. उत्तर प्रदेश में दलितों की सबसे बड़ी बिरादरी संत रविदास की पूजा करती है. इसके अलावा पंजाब और हरियाणा के दलित सिख भी इनको अपना इष्ट मानते हैं. रविदास को मानने वालों की तादाद देश में करोड़ों में है. दुनिया भर में फैले हुए सिखों में भी खासकर कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में रविदास संप्रदाय के लोग शामिल हैं, जो हर साल रविदास जयंती पर वाराणसी आते हैं.
कौन थे संत रविदास
बता दें कि संत रविदास मध्यकाल के सबसे बड़े भक्ति कवियों में शुमार थे. इनके कई रचे हुए दोहों को सिख गुरुओं ने अपने ग्रंथों में स्थान दिया है. मीरा भी संत रविदास को अपना गुरु मानती थीं. ऐसे में भक्ति आंदोलन में संत रविदास की भूमिका बड़ी अहम मानी गई है. जाति तोड़ने और भक्ति के मार्ग पर सभी जातियों को जोड़ने वाले कवि के तौर पर संत रविदास को जाना जाता है, जिनके अनुयाई दुनिया भर में फैले हैं. माघ पूर्णिमा के दिन रविदास जयंती मनाई जाती है और इस दिन दुनिया भर से संत रविदास के अनुयाई वाराणसी पहुंचते हैं.
जानिए और क्या है पीएम मोदी की वाराणासी यात्रा में
22 फरवरी को पीएम मोदी वाराणसी पहुंचकर BLW गेस्ट हाउस में रुकेंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी का पहला वाराणसी आगमन हो रहा है. इसलिए कार्यकर्ता और आम लोग ढोल-नगाड़ा और पुष्प वर्षा के साथ पीएम मोदी का स्वागत करेंगे. 22 फरवरी की रात अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के भ्रमण पर भी निकल सकते हैं. 23 फरवरी की सुबह BHU के स्वतंत्रता भवन में पीएम मोदी का पहला कार्यक्रम है, जहां सांसद ज्ञान प्रतियोगिता के प्रतिभागियों, सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता के प्रतिभागियों और सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के प्रतिभागियों से पीएम मोदी संवाद करेंगे और 5-5 प्रमुख प्रतिभागियों को सम्मानित भी करेंगे.
इसके बाद पीएम मोदी का BHU से सीधा आगमन सीर गोवर्धन रविदास मंदिर पर होगा, जहां पूजन-अर्चन के बाद रविदास जी के भव्य मूर्ति का लोकार्पण करेंगे और फिर अनुयायियों के साथ लंगर भी छकेंगे. इसके बाद पीएम मोदी लगभग 40 हजार लोगों की बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे. तीसरा अंतिम पड़ाव करखियाव अमूल प्लांट पर पीएम मोदी का है. इस प्लांट से पूर्वांचल के 12-14 जनपदों के किसान सीधे लाभान्वित होंगे. इस प्लांट के लोकार्पण के बाद प्लांट के बगल में ही जनसभा में एक लाख से ज्यादा किसान और भाजपा कार्यकर्ता मौजूद होंगे और पीएम मोदी उनसे संवाद करेंगे.
पीएम मोदी लगभग 14 हजार करोड़ की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे और 13 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. 23 लोकार्पित होने वाली परियोजनाओं की कुल लागत 10972 करोड़ रुपयों है जबकि 13 शिलान्यास वाली परियोजनाओं की लागत 3344.07 करोड़ रुपए हैं.