
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के सैदपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक भटकते बुजुर्ग को उनके परिवार से मिलवाकर मानवता की मिसाल पेश की है. यह बुजुर्ग लगभग 65 वर्षीय विद्याराम शर्मा हैं, जो मध्य प्रदेश के भिंड जिले के गोहद थाना क्षेत्र के बेलखारी गांव के निवासी हैं.
पुलिस के मुताबिक, 16 मार्च को वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर गश्त के दौरान एक बुजुर्ग दयनीय स्थिति में दिखे. पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि वे प्रयागराज महाकुंभ मेले में अपनी पत्नी के साथ स्नान करने आए थे. लेकिन भीड़ में बिछड़ गए. उनके पास न कोई मोबाइल फोन था, न ही पैसे, जिसके कारण वे दिशा-ज्ञान खोकर भटकते रहे.
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बिना भोजन-पानी भटकते रहे
बुजुर्ग ने बताया कि वे बेगारी करके, पानी पीकर और बिना दिशा जाने लगातार भटकते रहे. कई जगहों से गुजरते हुए वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर पहुंचे, जहां गाजीपुर पुलिस ने उनकी मदद की. पुलिस ने बुजुर्ग से मिली जानकारी के आधार पर मध्य प्रदेश के संबंधित थाने से संपर्क किया और उनके परिवार को सूचना दी. परिवार को जब उनके मिलने की खबर मिली, तो वे तुरंत 17 मार्च को गाजीपुर पहुंचे.
परिजनों की आंखों में खुशी के आंसू
जैसे ही बुजुर्ग की पत्नी यशोदा, दामाद और अन्य परिजन सैदपुर थाने पहुंचे, तो माहौल भावुक हो गया. परिजनों ने बताया कि वे प्रयागराज, चित्रकूट, इटावा सहित कई स्थानों पर उनकी तलाश कर चुके थे. लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. जब गाजीपुर पुलिस से फोन आया, तो उम्मीद जगी और वे तुरंत यहां पहुंचे.
इंस्पेक्टर से लिपटकर रो पड़े बुजुर्ग
जब बुजुर्ग को उनके परिजनों से मिलवाया गया, तो वे भावुक हो गए. उन्होंने इंस्पेक्टर से लिपटकर रोते हुए आभार व्यक्त किया और कहा कि अगर पुलिस मदद न करती, तो शायद वे कभी घर वापस न जा पाते.
सीओ सैदपुर का बयान
सीओ अनिल कुमार ने बताया कि बुजुर्ग एक महीने से भटक रहे थे. गाजीपुर पुलिस ने 16 मार्च को उन्हें ढूंढकर सुरक्षित रखा और 17 मार्च को सकुशल परिजनों को सौंप दिया. इस नेक कार्य के लिए स्थानीय लोगों और परिजनों ने गाजीपुर पुलिस की सराहना की.