Advertisement

अतीक अहमद को लेकर झांसी-शिवपुरी से होकर प्रयागराज पहुंचेगी पुलिस, 24-25 घंटे का समय

उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता अतीक अहमद को लेने प्रयागराज पुलिस गुजरात की साबरमती जेल पहुंची है. सूत्रों का कहना है कि अतीक अहमद को लेकर यूपी पुलिस झांसी-शिवपुरी के रास्ते प्रयागराज तक पहुंचेगी. गुजरात से प्रयागराज तक पहुंचने में करीब 24 से 25 घंटे लग सकते हैं.

अतीक अहमद. (File Photo) अतीक अहमद. (File Photo)
संतोष शर्मा
  • प्रयागराज,
  • 26 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 12:53 PM IST

माफिया अतीक अहमद को वापस लाने के लिए यूपी पुलिस गुजरात की साबरमती जेल पहुंची है. बताया जा रहा है कि पुलिस प्रॉडक्शन वारंट लेकर गुजरात पहुंची है. अतीक अहमद को शिवपुरी, झांसी के रास्ते वापस लाया जाएगा. अतीक को लेकर लौटने वाली प्रिजन वैन को प्रयागराज तक वापस लाने में करीब 24 से 25 घंटे तक का समय लग सकता है. बताया जा रहा है कि अतीक अहमद को लेकर यूपी पुलिस साबरमती जेल से कभी भी निकल सकती है.

Advertisement

बता दें कि आज प्रयागराज पुलिस साबरमती जेल पहुंची है. सूत्रों का कहना है कि अतीक अहमद को प्रयागराज लाया जा सकता है. अभी पुलिस पूछताछ कर रही है. उमेश पाल अपहरण मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है, जिसमें फैसला आना है. इसमें अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ दोनों आरोपी हैं. अतीक अहमद के भाई अशरफ को भी बरेली जेल से प्रयागराज लाया जा सकता है.

उमेश पाल अपहरण मामला पुराना है, जिस पर आखिरी फैसला अदालत सुनाने वाली है. इसके लिए 6 हफ्ते का वक्त भी दिया गया था, लेकिन अब लगभग 8 हफ्तों के बाद 28 मार्च को यह फैसला प्रयागराज की अदालत सुना सकती है. इसी फैसले के लिए अतीक को प्रयागराज लाया जा सकता है.

शुक्रवार की रात जेल में की गई थी छापेमारी

बता दें कि शुक्रवार की रात साबरमती जेल में पुलिस टीम और अफसरों ने छापेमारी की थी. यहां हाई सिक्योरिटी जोन में अतीक अहमद को रखा गया है. राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विकास सहाय ने कहा था कि छापेमारी अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट और अन्य शहरों की केंद्रीय जेलों के साथ-साथ उप-जेलों में भी की गई.

Advertisement

इस छापेमारी का उद्देश्य यह पता लगाना था कि कहीं जेलों से किसी प्रकार की गैर कानूनी गतिविधियों को तो अंजाम नहीं दिया जा रहा है, साथ ही जेल के कैदियों को नियमानुसार ठीक सुविधाएं दी जा रही हैं या नहीं. इस सघन तलाशी अभियान में खोजी कुत्तों को भी लगाया गया था.

माना जा रहा है कि अतीक अहमद ने उमेश पाल की हत्या की साजिश इसी जेल से की थी. सूत्रों की मानें तो जेल में सर्च अभियान के दौरान गृह मंत्रालय को ये जानकारी मिली कि जेल में कैदियों को मोबाइल खुद जेल के कर्मचारी ही मुहैया कराते थे.

अतीक अहमद को लेकर भी माना जा रहा है कि उसे भी जेल में मोबाइल मुहैया करवाया गया था, हालांकि पुलिस को फिलहाल सर्च के दौरान हाई सिक्योरिटी जोन से कोई आपत्तिजनक चीज नहीं मिली.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement