
प्रयागराज महाकुंभ 2025 (Prayagraj MahaKumbh 2025) का समापन भले ही शिवरात्रि (26 फरवरी) को हो गया हो लेकिन अभी संगम नोज पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. 45 दिन तक चले इस महाकुंभ में लगभग 66 करोड़ लोगों ने स्नान किया था. बताया जा रहा है कि अब स्थानीय लोग परिवार के साथ संगम में डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं.
स्पेशल बोनस और एक सप्ताह की छुट्टी का ऐलान:
इससे पहले महाकुम्भ 2025 की पूर्णाहुति पर गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ को दुनिया का सबसे बड़ा और ऐतिहासिक आयोजन करार दिया. सीएम ने पुलिसकर्मियों के धैर्य और शालीनता की प्रशंसा की. उन्होंने घोषणा की कि महाकुम्भ में ड्यूटी देने वाले 75 हजार जवानों को 'महाकुम्भ सेवा मेडल' और प्रशस्तिपत्र दिया जाएगा. साथ ही, अराजपत्रित पुलिसकर्मियों को 10 हजार रुपये का स्पेशल बोनस और सभी को फेज वाइज एक सप्ताह का अवकाश प्रदान किया जाएगा.
जो प्रयागराज आया वही लगा सकता है अंदाजा:
सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज में हुए महाकुम्भ के स्केल का अंदाजा वही लगा सकता है जो प्रयागराज आया हो, देश-प्रदेश और दुनिका के किसी कोने में बैठकर अनर्गल टिप्पणी का तुक नहीं. उन्होंने कहा कि जो भी प्रयागराज आया वह अभिभूत हुए बिना न रह सका. उसने स्वच्छता की भी सराहना की, व्यवस्था की भी सराहना की. यहां आने वाले लोगों ने सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, ट्रैफिक और हरेक स्तर पर हुए कार्यों की प्रशंसा की. सीएम योगी ने कहा कि मैं सोशल मीडिया के माध्यम से पूरी दुनिया से आ रहे कॉमेंट्स और फीडबैक्स से अवगत हुआ. इसके अतिरिक्त, मीडिया के विभिन्न माध्यमों से भी आ रही पॉजिटिव फीडबैक्स से भी अवगत हुआ.
किसी प्रकार के आपराधिक या अराजकता की घटना नहीं हुई : योगी
सीएम योगी ने आगे कहा कि इतना बड़ा आयोजन हो गया मगर किसी प्रकार की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई. किसी प्रकार के आपराधिक या अराजकता की घटना नहीं हुई. महाकुम्भ ही नहीं, पूरे प्रदेश में ऐसी कोई घटना नहीं हुई जिस पर किसी को कोई अंगुली उठाने का अवसर प्राप्त हो. सोशल मीडिया पर काहिरा समेत कहीं और के फोटो-वीडियो को यहां पर जबरन डालकर जबरन बदनाम करने का प्रयास हुआ लेकिन प्रयागराज समेत प्रदेश में कहीं भी इस प्रकार की मंशाएं सफल नहीं हुईं. वाहनों के आवागमन के लिए भी सुचारू प्रबंधन प्रक्रिया भी सराहनीय रही. काफी दबाव था, हम भी वह दबाव महसूस कर रहे थे इसलिए इसका डॉक्यूमेंटेशन होना आवश्यक है. स्थानीय पुलिस और प्रशासन दोनों को मिलकर इस कार्य को पूरा करना होगा. प्रयागराज की अस्थायी संपत्ति का लाभ भी स्थानीय लोगों को मिलेगा. पड़ोसी जिलों से कनेक्टिविटी के कार्य में इसे लाया जाएगा. चेकर्ड प्लेट, पॉन्टून पुल अन्य जनपदों में जाएंगे तथा कुछ यहीं रहेंगे.
सभी तीर्थों पर होनी चाहिए एंटी ड्रोन जैसी व्यवस्था
सीएम योगी ने कहा कि यहां पर डेढ़ लाख से अधिक शौचालय बनाए गए हैं, वॉटर एटीएम लगाए गए हैं. प्रदेश के अन्य महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों पर अब इनका इस्तेमाल कैसे हो सकता है इस पर विचार करना होगा. पेयजल लाइन, स्ट्रीट लाइट समेत इन सभी अस्थायी संपत्ति का इस्तेमाल नगर निगम प्रयागराज भी कर सकता है और प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसे यूज किया जा सकता है. इनके इस्तेमाल की तैयारी और बाकायदा एक-एक आइटम की सूचि तैयार करना आवश्यक है. सीएम योगी ने कहा कि जल पुलिस तो पुलिस के नए रूप के तौर पर प्रयागराज में देखने को मिली. उत्तर प्रदेश फायर सर्विसेस से जुड़ी हुई सुविधाओं में नए इक्विप्मेंट आए हैं जिनका प्रदेश में वृहतर उपयोग होना चाहिए. देश में पहली बार हुआ कि पुलिस ने एंटी ड्रोन सिस्टम के साथ महाकुम्भ में सुरक्षा व्यवस्था को पूरा किया. इसे अन्य तीर्थों में भी लागू किया जाना चाहिए.