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अतीक की पत्नी शाइस्ता के बाद गुड्डू मुस्लिम को भगोड़ा घोषित करेगी पुलिस, 5 महीने से है फरार

उमेश पाल की हत्या के मुख्य संदिग्ध गुड्डू मुस्लिम को मंगलवार को भगोड़ा घोषित किया जाएगा. साथ ही गुड्डू मुस्लिम के शिवकुटी इलाके वाले घर पर धूमनगंज पुलिस 82 की कार्रवाई करेगी. इससे पहले सोमवार को गैंगस्टर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को भगोड़ा घोषित किया गया है.

गुड्डू मुस्लिम (लाल घेरे में) गुड्डू मुस्लिम (लाल घेरे में)
संतोष शर्मा
  • प्रयागराज,
  • 08 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 7:18 AM IST

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गैंगस्टर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के बाद अब गुड्डू मुस्लिम को भी भगोड़ा घोषित किया जाएगा. मंगलवार यानि आज गुड्डू मुस्लिम को भगोड़ा घोषित किया जाएगा. बता दें, उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी गुड्डू मुस्लिम उर्फ गुड्डू बमबाज अभी तक पुलिस की पहुंच से बाहर है. गुड्डू पर पांच लाख का इनाम है. लेकिन पुलिस उसका कोई सुराग नहीं लगा पा रही है. 

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मंगलवार को गुड्डू मुस्लिम के शिवकुटी इलाके वाले घर पर धूमनगंज पुलिस 82 की कार्रवाई करेगी. दरअसल, CrPC की धारा 82 के तहत फरार व्यक्ति को 'भगोड़ा' घोषित किया जाता है. भगोड़ा घोषित होने के बाद  की धारा 82 के तहत संपत्ति कुर्क की जाती है. गुड्डू मुस्लिम का चकिया में भी एक पुराना मकान है. लेकिन पुलिस फिलहाल उसके शिवकुटी वाले घर पर 82 की कार्रवाई करेगी. गुड्डू मुस्लिम 24 फरवरी, 2023 को हुई उमेश पाल की हत्या का मुख्य संदिग्ध है.

उधर, सोमवार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने कई महीनों से गायब अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को भगोड़ा घोषित कर दिया है. यूपी पुलिस की तरफ से उसके घर पर नोटिस भी लगाया गया है. कोर्ट के आदेश पर ये कार्रवाई की गई है. उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने शाइस्ता परवीन पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा है.

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उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत से पहले से ही शाइस्ता परवीन गायब है. बता दें कि अतीक अहमद की हत्या के बाद भी उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन उसके जनाजे में शामिल नहीं हुई थी. यूपी पुलिस ने उस पर इनाम भी रखा था लेकिन फिर भी शाइस्ता परवीन का अब तक कोई पता नहीं चला.

रिपोर्ट के मुताबिक, अतीक अहमद की बेनामी संपत्ति को लेकर लखनऊ के एक होटल में कोई बड़ी डील होने वाली थी जिसको लेकर पुलिस ने उस होटल में छापा मारा था. इस छापेमारी में अतीक अहमद का वकील विजय मिश्रा पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए.

पुलिस को वकील विजय मिश्रा से पता चला कि शाइस्ता और जैनब आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और उन्हें पैसों की सख्त जरूरत थी. यही वजह है कि होटल में बेनामी संपत्तियों को बेचने की डील वकील के जरिए कराई जा रही थी. दोनों इन संपत्तियों को बेचकर देश से बाहर निकल जाने की कोशिश में थे और इस प्लान में अतीक अहमद का वकील विजय मिश्रा भी शामिल था.

अतीक की संपत्ति खरीदने को कोई तैयार नहीं

हालांकि इस संपत्ति को बेचने में सबसे बड़ी दिक्कत ये आ रही थी कि यूपी का कोई भी कारोबारी अतीक अहमद की बेनामी संपत्ति खरीदने को तैयार नहीं था. इसी वजह से वकील विजय मिश्रा ने नेपाल में रहकर भारत में धंधा चालने वाले माफियाओं से संपर्क किया था.

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रिपोर्ट के मुताबिक वकील ने नेपाल में रहने वाले उस माफिया से डील भी कर लिया था और वो संपत्ति को खरीदने को तैयार था. संपत्ति की तस्वीर और वीडियो के साथ जरूरी कागजात विजय मिश्रा ने वॉट्सएप के जरिए नेपाल के उस माफिया को भेजे थे. इसके बाद जमीन की डील पक्की हो गई थी.

 

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