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'हाथ ऐसा छूटा कि अब मां जिंदगी भर के लिए छूट गई...', बालते हुए फफक पड़ा बेटा; महाकुंभ में जान गंवाने वाले 10 परिवारों की नम कर देने वाली दास्तां

Mahakumbh Stampede Cases: पन्‍ने निषाद अपनी पत्‍नी कुसुम के साथ प्रयागराज में मौनी अमावस्‍या पर नहाने के लिए गए थे. भीड़ बढ़ी और भगदड़ हुई तो पत्नी के हाथ से उनका हाथ छूट गया और वो भगदड़ में गिर गए. जब लोग तितर बितर हुए तो पन्ने जमीन पर मृत मिले. महाकुंभ की भगदड़ में मारे गए श्रद्धालुओं की दर्दभरी कहानियां...

प्रयागराज: शवगृह के बाहर विलाप करती एक मृतक की परिजन. प्रयागराज: शवगृह के बाहर विलाप करती एक मृतक की परिजन.

यूपी के प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन नहाने के दौरान हुई भगदड़ में गोरखपुर के रहने वाले चार श्रद्धालुओं की मौत के बाद मातम पसर गया है. गोरखपुर स्थित उनवल के 2, कैम्पियरगंज और झंगहा के एक-एक श्रद्धालुओं की भगदड़ में मौत हुई है. हालांकि, प्रशासनिक अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.

मृतका नगीना देवी के बेटे सिकंदर निषाद ने बताया, मां गांव के लोगों के साथ प्रयागराज में स्‍नान के लिए गई थीं. वहां भगदड़ की शिकार हो गईं. हादसे के बाद परिवार को मां की मौत की जानकारी हुई. हादसे के बाद गांव के लोग उन्‍हें अस्‍पताल लेकर गए. वहां पर चिकित्सकों ने उन्‍हें मृत घोषित कर दिया. उनका पार्थिव शरीर गांव लाया गया है. 

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उनवल के कटरा बाबा स्‍थान आमी नदी के तट पर पन्‍ने निषाद और नगीना देवी का अंतिम संस्‍कार किया गया. नगीना देवी अपने पीछे चार बेटे संतोष, धर्मेंन्‍द्र, सिकंदर और जितेन्‍द्र का भरा-पूरा परिवार छोड़ गई हैं.

दोनों के साथ गए गांव के गजराज ने बताया कि स्‍नान करके वे लोग लौट रहे थे. इसके बाद साधु-संत मठ से निकले. भीड़ इतनी हो गई कि भगदड़ जैसी स्थिति हो गई. इस हादसे में शिकार होकर पन्‍ने निषाद और नगीना देवी की मौत हो गई.

उनवल के रहने वाले पन्‍ने निषाद अपनी पत्‍नी कुसुम के साथ प्रयागराज में मौनी अमावस्‍या पर नहाने के लिए गए थे. कुसुम ने बताया कि भगदड़ में उनसे पति का हाथ छूट गया और वे गिर गए. उन्हें उठने का मौका तक नहीं मिला. भगदड़ के बाद वे जमीन पर अचेत हाल में मिले. उन्‍हें साथ गए लोगों ने अस्‍पताल पहुंचाया, जहां चिकित्‍सकों ने उन्‍हें मृत घोषित‍ कर दिया. 

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पन्‍ने निषाद की बेटी सुधा का भी रो-रोकर बुरा हाल है. पन्‍ने निषाद का भरा-पूरा परिवार है. वह अपने पीछे चार लड़कियां फूलमती, शिखा, पूजा, सुधा और दो लड़के शैलेश व कमलेश को छोड़ गए हैं. छोटे लड़के कमलेश को छोड़कर सभी की शादी हो चुकी है.

प्रयागराज: 

मौनी अमावस्या के पर्व पर प्रयागराज की ही नीलम श्रीवास्तव 2 बेटे और एक बेटी समेत अपने दो रिश्तेदार महिलाओं के साथ नहाने गई थीं. सुबह ही उनके साथ गए और सदस्यों ने संगम स्नान कर लिया, लेकिन बच्चे स्नान करने वाले ही थे कि इस समय घाट पर कुछ भगदड़-सी मच गई. परिवार के सभी लोग हादसे को देखते हुए एक-दूसरे का जोर से हाथ पकड़ लिया, लेकिन अत्यधिक भीड़ होने की वजह से जो धक्का लगा तो परिवार के एक-एक सदस्यों का हाथ छूटता चला गया, जब तक कोई कुछ समझ पाता तब तक इस अफरा तफरी में नीलम श्रीवास्तव की दबकर मौत हो गई. हादसे के वक्त रिश्तेदार महिला भी मौजूद थीं. मंजर को बताते बताते उनकी आंखें नम हो गईं. 

मृतका नीलम श्रीवास्तव के बेटे के मुताबिक, हम कुछ ही लोगों ने स्नान किया था. कपड़े भी पहन लिए और कुछ ने कपड़ा नहीं पहना. लेकिन तब तक पीछे से ऐसा धक्का आया कि मजबूती से हाथ पकड़ने के बावजूद एक-एक कर एक दूसरे के हाथ छूटता चला गया. सुमित नम आंखों से कहते हैं, ''मेले में मेरी मां का हाथ ऐसा छूटा कि अब वो जिंदगी भर के लिए छूट गई.''

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इसी तरह प्रयागराज के धूमनगंज इलाके के रहने वाले रिटायर्ड एयरफोर्स अधिकारी रामकेश यादव और उनकी पत्नी रीना यादव अपनी कई महिलाओं साथियों के साथ संगम मौनी अमावस्या के दिन स्नान करने गई थीं. वह भी संगम तट पर हुई भगदड़ की शिकार हो गईं, जिसमें उनकी जान चली गई. अब उनका पूरा परिवार दुखी है. जैसे ही उनकी डेड बॉडी घर पहुंची, वैसे ही चारों तरफ चीख और पुकर मच गई. 

किसी अपने को खोने पर विलाप करती महिला. (फोटो:पीटीआई)

गोपालगंज: 

यूपी के प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ के दौरान बिहार के गोपालगंज के चार महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. मृतकों की पहचान बरौली थाना क्षेत्र के माड़नपुर गांव के तारकेश्वर सिंह की पत्नी शिव कली देवी (60), उचकागांव थाना क्षेत्र के बलेसरा गांव के बच्चा दुबे की पत्नी कांति देवी (65), श्यामपुर गांव के धुरेन्द्र गोंड की पत्नी तारा देवी और भोरे थाना क्षेत्र के रामनगर गांव के भुटेली मांझी की पत्नी सरस्वती देवी के रूप में हुई है. 

मृतक शिवकली देवी के परिजन सोनू सिंह ने बताया, मेरी दादी सोमवार को महाकुंभ में स्नान करने के लिए गई थी. आज सुबह में सूचना मिली है कि भगदड़ के दौरान उनकी मौत गई है. वहीं, भोरे के हुस्सेपुर पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि लालबाबू प्रसाद ने बताया,  महाकुंभ में भगदड़ के दौरान हमारे गांव के 2 लोगों की मौत हो गई है, जबकि चार लोग घायल बताए जा रहे हैं. बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार की तड़के मौनी अमावस्या के अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति बन गई थी. इस हादसे में दो दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है, जबकि सैकड़ों की संख्या में लोग घायल बताए गए हैं.

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छतरपुर:

प्रयागराज महाकुंभ में हुए हड़कंप से 30 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 2 महिलाएं एमपी के छतरपुर जिले की रहने वाली हैं. छतरपुर शहर के लोधी कुइया निवासी 63 वर्षीय शीला सोनी अपने परिवार के साथ शाही स्नान करने गई थी, जहां भगदड़ में उसकी मौत हो गई. वहीं, जिले के बक्सवाहा क्षेत्र के सुनवाहा गांव में रहने बाली 45 वर्षीय हुकुम बाई लोधी अपने परिजनों एवं गांव के 15 लोगों के साथ कुंभ नहाने गई हुई थीं और वापस नहीं लौट पाईं. सुनवाहा की रहने वाली हुकुम बाई की डेड बॉडी लेकर परिजन गांव पहुंचे. जहां अंतिम संस्कार किया गया, तो शीला सोनी के परिजन प्रयागराज में ही थे, जिन्होंने वहीं अंतिम संस्कार किया. घटना के बाद छतरपुर का स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड पर आ चुका है और यह पता लगा रहा है कही अन्य लोग भी तो मिसिंग नहीं हुए. 


देवरिया:

प्रयागराज महाकुंभ मौनी अमावस्या पर मंगलवार को देवरिया के गौरीबाजार के भटौली खुर्द गांव से एक प्राइवेट वाहन से लगभग एक दर्जन लोग महाकुंभ स्नान करने गए थे, जहां संगम नोज पर भगदड़ के दौरान रामवती देवी की कुचल कर जान चली गई. पति अवधेश यादव खेती किसानी का काम करते हैं. उनका कहना है कि उन्हें कल सूचना मिली है कि भगदड़ में उनकी पत्नी गिर पड़ी और भीड़ उसे कुचलते हुए आगे बढ़ गई.   

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वहीं, सदर कोतवाली के पोखर भिंडा की रहने वाली संकेशा देवी उम्र 65 वर्ष (पति ठुकर कुशवाहा )अपने बेटी लाली व दामाद बृजमोहन कुशवाहा के साथ सोमवार को ट्रेन से संगम स्नान करने गई थी. मंगलवार को स्नान तो किया ही, लेकिन बुधवार को मौनी अमावस्या पर भी स्नान करने की इच्छा थी. लिहाजा यह मंगलवार की रात संगम नोज पर सो गए कि सुबह होते ही मौनी अमावस्या पर स्नान करेंगे. और जब भगदड़ हुई तो कुचलकर संकेशा देवी और इनकी बेटी लीला उम्र 40 की मौत हो गई. दोनों के शव घर पहुंच गए हैं. संकेशा देवी की बेटी लाली की शादी चौरी चौरा (गोरखपुर) में हुई है. वह अपने पति के साथ मां को लेकर स्नान कराने गई थीं. दोनों के पति प्राइवेट वाहन चलाकर परिवार का गुजारा करते हैं.

गोंडा से आए जाखूराम अपने चाचा की मौत पर रोते हुए.

 

फरीदाबाद:

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भगदड़ के दौरान जहां 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. इसमें फरीदाबाद (हरियाणा) का एक शख्स भी अपनी जवान जान गवा बैठा. फरीदाबाद के संजय कॉलोनी निवासी 33 वर्षीय अमित अपने परिवार के साथ 25 तारीख को अयोध्या के लिए निकला था. दर्शन करने के बाद वह परिवार के साथ कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज चला गया. 28 और 29 जनवरी की रात भगदड़ में अमित ने अपनी जान गंवा दी. अमित के साथ उसकी मां उसकी पत्नी, 4 बच्चे और एक बहन थे. जब भड़दड़ मची तब पूरा परिवार बिछड़ गया था. लेकिन बाद में सभी मिल गए और तब पता चला कि अमित इस भगदड़ का शिकार हो गया है. 

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नर्मदापुरम: 

महाकुंभ की भगदड़ में मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम स्थित मरोड़ा गांव निवासी उमेश सराठे की मौत हो गई. वे अपने परिजनों के साथ कुंभ स्नान के लिए गए थे. बुधवार रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ में घायल होने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. मृतक के भाई अनिल सराठे ने बताया कि उमेश अजबगांव निवासी अपने सालों के साथ तीन दिन पहले कुंभ गए थे. भगदड़ के दौरान अन्य साथी बच गए, लेकिन उमेश गिरकर घायल हो गए थे. उन्हें तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई.

स्नान के बाद घरों की ओर लौटते श्रद्धालु. (फोटो:PTI)

बलिया:

प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ में हुई मौत में यूपी के बलिया के भी चार लोगों की मौत हुई है. फेफना थाना क्षेत्र के नसरीबाद के रहने वाली मां और बेटी की मौत हुई है. जबकि दो मृतक नगरा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. फेफना थाना क्षेत्र के नसीराबाद के रहने वाले दिलीप पटेल का कहना है कि उनके भैया और भाभी, भतीजी और मां चार लोग प्रयागराज मौनी अमावस्या पर स्नान करने गए थे. भगदड़ के दौरान भाभी और भतीजी कि मौत हो गई है. भैया ने फोन से सूचना दी तब उनको जानकारी हुई.

सुपौल:
बिहार के सुपौल की एक महिला भी प्रयागराज कुंभ में भगदड़ की शिकार हो गई. यूपी प्रशासन एम्बुलेंस से शव लेकर सुपौल पहुंचा. मृतका के पुत्र नारायण ने बताया, हम लोग दहीपौड़ी गांव से अपने मां गुलाबी देवी  के साथ प्रयागराज संगम में कुंभ स्नान के लिए गए थे. उनके साथ गांव के 20 स्थानीय लोग भी गए थे. मंगलवार देर रात प्रयागराज में कुम्भ स्नान के लिए जाते समय अचानक भगदड़ मच गई. मैं मां से लिपट गया, लेकिन भीड़ के भगदड़ में कुचलकर मां गुलाबी देवी की मौके पर ही मौत हो गई. काफी देर तक कोई मदद नहीं मिली.  

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पश्चिमी चम्पारण:

बिहार के बगहा स्थित रामनगर से महाकुंभ में स्नान करने गए श्रद्धालुओं में अचानक मची भगदड़ में एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई. मृतक की पहचान तौलाहा गांव निवासी रामेश्वर चौबे के रूप में हुई है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बुधवार सुबह स्नान के बाद घाट के पास अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें रामेश्वर चौबे दब गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद परिवार में मातम पसरा हुआ है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. प्रत्यक्षदर्शी राजकिशोर यादव ने बताया कि गांव से करीब 40 लोग ट्रेन से महाकुंभ स्नान के लिए गए थे. स्नान के बाद सभी श्रद्धालु घाट के पास बैठे थे, तभी अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें रामेश्वर चौबे की जान चली गई.

लापता परिजनों की तलाश में सूखी आंखें 

कुंभ में भगदड़ के बाद दर्जनों लोग लापता हैं. परिजन उनकी तलाश में मेडिकल कॉलेज में बने पोस्टमार्टम हाउस के चक्कर काट रहे हैं, तो पुलिस चौकियों में पहुंच रहे हैं. बिहार के रोहतास जिला से आए दीपक कुमार के 4 परिजन कुंभ की भगदड़ के दौरान खो गए हैं. जिनकी तलाश में वह पोस्टमार्टम हाउस पहुचे हैं. कुंभ में कुल रोहतास से 5 लोग आए थे. जिसमें से एक द्वारिका सिंह यादव बचे, बाकी चार लोग मुनिया देवी, उत्तम देवी, सरिता देवी, विनोद यादव उर्फ नहाई यादव गायब हैं. 

महाकुंभ में खोए हुए परिजन को ढूंढती बुजुर्ग महिला.

 कुंभ स्नान करने आए लोग लापता अपनों की तलाश में परेशान दिखे. उत्तर प्रदेश के देवरिया से आई पूजा अपनी भाभी उषा को तलाश कर रही है. मगर अभी तक कोई पता नहीं चल पाया. हादसे के दौरान आप बीती बताते हुए पूजा ने कहा, ''मैं भी भीड़ में दब गई थी. किसी तरह से हिम्मत से बची हूं. हमको भगवान ने बचाया है. भीड़ देख कर अभी भी डर लग रहा है.''

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