
यूपी के प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अतीक माफिया के दो नाबालिग बेटे कहां हैं, इस बात से पर्दा उठ गया है. हत्याकांड के एक महीने बाद पता चला है कि दोनों प्रयागराज के राजरूपपुर बाल संरक्षण गृह में हैं. उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. इसमें उन्होंने कहा था कि उसके दो नाबालिग बेटे एजम अहमद और अबान अहमद किस बाल संरक्षण गृह में हैं, पुलिस इसका जवाब दे.
पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में रिपोर्ट पेश की
इसको लेकर धूमनगंज पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में रिपोर्ट पेश की, जिसमें बताया गया कि अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटे प्रयागराज के राजरूपपुर बाल संरक्षण गृह में हैं. कोर्ट ने अतीक के वकील को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष बच्चों की सुपुर्दगी के संबंध में आवेदन देने के लिए कहा है. साथ ही इस मामले में सुनवाई के लिए 27 मार्च की तारीख तय की है.
अतीक के बेटे लावारिस हालत में मिले थे- पुलिस
इससे पहले प्रयागराज पुलिस ने कोर्ट में जवाब दाखिल कर कहा था कि अतीक के बेटे लावारिस हालत में मिले थे. नाबालिग होने की वजह से उन्हें बाल संरक्षण गृह में दाखिल करा दिया गया था. इस पर शाइस्ता की अर्जी में कहा गया कि पुलिस झूठ बोल रही है और उनके बेटे बाल संरक्षण गृह में नहीं हैं.
24 फरवरी को उमेश और दो सुरक्षाकर्मियों की हुई थी हत्या
दरअसल, 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों संदीप निषाद और राघवेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, 2 बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम मोहम्मद और 9 अन्य साथियों पर केस दर्ज कराया था. मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है.
पुलिस एक तरफ शूटरों की तलाश में पश्चिम बंगाल से लेकर महाराष्ट्र तक छापेमारी कर रही है. दूसरी तरफ अतीक अहमद और उसके करीबियों के साम्राज्य पर बुलडोजर भी चल रहा है. इसी क्रम में खुल्दाबाद थानाक्षेत्र के लूकरगंज इलाके में बने फ्लैट किसी बिल्डर के नहीं बल्कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने बनवाए हैं और ये जमीन माफिया अतीक अहमद की है.
सितंबर 2020 से पहले इस जमीन पर अतीक अहमद का कब्जा था. मगर, प्रदेश में सरकार बदली और माफिया के खिलाफ कार्रवाई का दौर शुरू हुआ तो इस जमीन से अतीक अहमद का कब्जा भी हटवा दिया गया. बुलडोजर चलाकर अतीक अहमद के बनाए गए 15000 स्क्वायर फीट के इस जगह के निर्माण को ढहा दिया गया. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस जमीन पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के लिए आवास देने का ऐलान किया था.