
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी 5 लाख का इनामी शूटर मोहम्मद गुलाम शूटआउट के बाद अजमेर पहुंचा था. शूटआउट के बाद पुलिस को मोहम्मद गुलाम की लोकेशन अजमेर की दरगाह के आसपास मिली है. मारे गए शूटर विजय के फोन से पुलिस को अजमेर कनेक्शन मिला था. शूटआउट से पहले भी विजय और मोहम्मद गुलाम अजमेर साथ गए थे.
बताया जा रहा है कि अजमेर में मोहम्मद गुलाम के संपर्क वाले व्यक्ति का पाकिस्तान से कनेक्शन निकला है. पुलिस का कहना है कि रिश्तेदारी कनेक्शन भी हो सकता है. हत्याकांड को अंजाम देने के बाद मोहम्मद गुलाम ने भागने के लिए अजमेर में पहले ही इंतजाम कर लिया था.
24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के बाद सभी शूटरों के नाम के साथ तस्वीरें सामने आई थीं, जिनमें विजय की पहचान नहीं हो पाई थी. विजय को लगा था कि उसे किसी ने पहचाना नहीं है, इसलिए वह मोहम्मद गुलाम के साथ नहीं भागा था. 28 फरवरी को मोहम्मद गुलाम के आखिरी मूवमेंट के बाद से कोई लोकेशन नहीं मिली है. 28 फरवरी को ही मोहम्मद गुलाम अजमेर पहुंच गया था.
यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीमें कर रहीं तलाश
बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड को एक महीना हो गया है, लेकिन अभी तक शूटर फरार हैं. यूपी पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें तलाश में जुटी हैं. पुलिस को आशंका है कि शूटर लगातार लोकेशन बदल रहे हैं. पुलिस ने 7 राज्यों से मदद मांगी है. इन राज्यों में आरोपियों की फोटो के साथ पूरी डिटेल मांगी गई है.
यूपी पुलिस ने महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, पंजाब और दिल्ली पुलिस से उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटरों की गिरफ्तारी के लिए मदद मांगी है. पता चला है कि शूटर इन्हीं राज्यों में छिपे हैं और लोकेशन बदल रहे हैं. वे बातचीत के लिए वॉट्सएप कॉल का सहारा ले रहे हैं.
अतीक अहमद के ड्राइवर से पुलिस ने की थी पूछताछ
उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल अतीक अहमद के ड्राइवर कैश अहमद से पुलिस ने पूछताछ की थी. इसमें अहमद ने पुलिस को बताया था कि उमेश पाल हत्याकांड में शामिल सभी शूटर अतीक के साथ-साथ उसकी पत्नी शाइस्ता के भी वफादार और भरोसेमंद थे. शूटर मोहम्मद गुलाम अतीक अहमद के दोनों बेटों अली और उमर का भरोसेमंद था. शूटर गुलाम असद का भी करीबी था, वह गुलाम को छोटा भाई बताता था. शाइस्ता के कहने पर ही असद और गुलाम एक साथ वारदात के बाद फरार हुए हैं.
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, उसी दौरान गली के बाहर कार से निकलते समय शूटरों ने फायरिंग और बमबारी कर दी थी. इस हमले में उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी. यूपी को दहला देने वाला उमेश पाल हत्याकांड पुलिस के सामने एक चुनौती बनकर खड़ा है.