
यूपी के कानपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दुश्मन को फंसाने के लिए एक बेटा ही अपने पुजारी पिता का कातिल बन गया. उसने पहले पिता की हत्या की और फिर अपने दोस्त के साथ मिलकर पुलिस को सूचना दे दी कि मेरे पड़ोस में रहने वाले मेरे विरोधियों ने जमीन के चक्कर में पिता का कत्ल कर दिया. इस मामले का खुलासा जांच के बाद हुआ है.
दरअसल तीन दिन पहले कानपुर के प्रसिद्ध परमत मंदिर के पुजारी कन्हैया लाल की हत्या हो गई थी. इस मामले में उनके बेटे ने अपने विरोधी श्याम नारायण वाजपेयी और उनके साथियों को हत्या का आरोपी बनाया.
इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. 3 दिन की जांच के बाद जब पास में लगे सीसीटीवी कैमरे के रिकॉर्डिंग की भी जांच की गई तो हैरान कर देने वाला सच सामने आया है. पुलिस को पता चला कि पुजारी की हत्या किसी पड़ोसी ने नहीं बल्कि उस बेटे ने ही की थी जिन्होंने पड़ोसियों को इस मामले में आरोपी बताया था. पुलिस ने पुजारी का कत्ल करने वाले बेटे और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया.
9 जनवरी को हुई थी पुजारी की हत्या
बता दें कि 9 जनवरी को कानपुर के बाबा आनंदेश्वर मंदिर परिसर में पुजारी और सेवादार कन्हैया लाल की हत्या कर दी गई थी. उनकी बॉडी उनके घर में मिली थी. उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी लेकिन उसके बेटे संदीप की परमट के ही रहने वाले श्याम नारायण वाजयेपी से कई बार अपने घर की जमीन को लेकर विवाद हो चुका था.
ऐसे में संदीप ने अपने पिता की हत्या के लिए सीधे श्याम नारायण वाजपेयी और उनके साथियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करा दिया. एफआईआर दर्ज होने के बाद जब शुरुआत में पुलिस ने श्याम नारायण वाजपेयी और उनके तीन साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्हें उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला.
ऐसे में पुलिस ने फिर से जांच शुरू की और मंदिर के आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो सच्चाई सामने आ गई. सीसीटीवी में नजर आया कि मृतक कन्हैया लाल का बेटा संदीप ही रात में कमरे में गया था, उसके बाद फिर बाहर आया था. पुलिस ने जांच में पाया कि संदीप के अलावा उसका एक दोस्त अजय भी कमरे में गया था.
पुलिस ने बेटे और उसके दोस्त को किया गिरफ्तार
इसके बाद पुलिस ने जब संदीप और उसके दोस्त को पकड़ कर पूछताछ की तो सारी सच्चाई सामने आ गई है. संदीप ने अपने पिता की हत्या करने के जुर्म को स्वीकार कर लिया. आरोपी बेटे ने बताया कि श्याम नारायण वाजपेयी मेरे घर की जमीन लेना चाहते थे. इसके पहले भी हमने उनके खिलाफ एफआईआर कराई थी. ऐसे में हमें लगा की पिता की हत्या करके इनको फंसा दिया जाए तो एक तीर से दो शिकार हो जाएंगे इसलिए दोस्त अजय के साथ मिलकर पिता की हत्या का प्लान बनाया और उनकी हत्या कर दी. पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तमंचा और कारतूस भी बरामद कर लिया है.