
रायबरेली से सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज (20 अगस्त) अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर हैं. इसको लेकर जिले की सियासत गरमा गई है. यूं तो राहुल कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे लेकिन उनका एक प्रोग्राम नसीराबाद थाना क्षेत्र के पिछवारिया गांव में भी है. ये वही गांव है जहां बीते दिनों एक दलित युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसको लेकर जमकर बवाल हुआ. राहुल अब उसी मृतक के घर पहुंचे हैं, जहां पीड़ित परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी.
गौरतलब है कि इस हत्याकांड के चलते हालात ऐसे हो गए कि दलित संगठन और सवर्ण संगठन आमने-सामने आ गए. माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया. पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद बड़ी मुश्किल से मामला शांत हुआ. इससे पहले डीएम ऑफिस के बाहर दलित संगठन के नेताओं, कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया. वे विशाल सिंह नाम के शख्स की गिरफ़्तारी पर अड़े हुए हैं. उनका आरोप है कि विशाल (ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि) ही इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी है.
हालांकि, पुलिस ने अर्जुन पासी हत्याकांड में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस का कहना है कि विवेचना के आधार पर जिसका भी नाम आएगा उसपर एक्शन लिया जाएगा. फिलहाल, विशाल की गिरफ्तारी नहीं हुई है. मामले में सपा और कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है.
वहीं, सवर्ण संगठन के लोग इस वजह से सड़क पर उतर आए क्योंकि उनका मानना है कि विशाल सिंह को जबरन इस केस में फंसाया जा रहा है. संगठन के लोगों ने अधिकारियों को ज्ञापन देते हुए कहा कि अगर किसी निर्दोष को दबाव में जेल में भेजा गया तो वे भी प्रोटेस्ट करने को मजबूर हो जाएंगे. ऐसे में पूरा मामला दलित बनाम सवर्ण होता नजर आ रहा है.
क्या है रायबरेली का अर्जुन पासी हत्याकांड?
बताया जा रहा है कि रायबरेली के नसीराबाद थाना क्षेत्र के पिछवारिया भुवालपुर सिसनी गांव में अर्जुन पासी का नवीन सिंह नाम के युवक से विवाद हो गया था. दोनों में मारपीट भी हुई थी. आरोप है कि इसी के बाद 11 अगस्त की दोपहर सरेआम अर्जुन की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
इस हत्या का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. पहले स्थानीय स्तर पर प्रदर्शन हुआ. दलित संगठन से जुड़े लोगों ने थाने का घेराव किया. इसके बाद जिला मुख्यालय आकर डीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए. हजारों की संख्या में लोग रात भर ऑफिस के बाहर बैठे रहे और हत्यारोपियों पर कार्रवाई की मांग की. खुद एसपी को समझाने के लिए धरनास्थल पर आना पड़ा. जिसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ.
हालांकि, अब इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है. अलग-अलग पार्टियों के प्रतिनिधिमंडल मृतक के परिजनों से मिलकर न्याय की मांग कर रहे हैं. सपा और कांग्रेस के प्रतिनिधि भी मृतक के परिजनों से मिल चुके हैं. भीम सेना और अन्य दलित संगठन के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर ही रहे हैं.
कुल मिलाकर रायबरेली में दलित युवक अर्जुन की गोली मारकर हत्या करने का मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है. हालांकि, पुलिस ने 6 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया है. लेकिन कथित मुख्य आरोपी विशाल सिंह की गिरफ्तारी की मांग उठा रहे लोगों में पुलिस के प्रति नाराजग़ी है. वे विशाल की गिरफ्तारी को लेकर अड़े हुए हैं.