
22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसके लिए हर आदमी अपने स्तर पर तैयारी कर रहा है. ऐसी ही तैयारी हनुमानगढ़ी के गेट पर फूल माला बेचने वाला मुन्ना माली भी कर रहा है. मुन्ना माली की बनाई माला भगवान राम बीते कई सालों से पहन रहे हैं और 22 जनवरी को भी मुन्ना माली के चुने हुए फूलों और उन फूलों से बनाई हुई माला को भगवान राम पहनेंगे. मुन्ना चौथी पीढ़ी है, जिनके दिए माला भगवान राम को पहनाई जा रही है.
मुन्ना माली का कहना है कि 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में गुलाब और गुलदाउदी की माला बनाकर दी जाएगी. इसमें 12 माला छोटी दी जाएगी और एक बड़ी माला भगवान के राम दरबार की माला होगी. जरूरत होगी, तो और भी माल बढ़ा दी जाएंगी. साल 2006 से हमें माला के लिए 300 रुपये मिलता था. अब 2100 रुपये मिलता है और बाबा के जमाने में 30 रुपये मिलता था.
आने वाले पीढ़ी दर पीढ़ी रामलला के करते रहेंगे सेवा
मुन्ना माली का ये भी कहना है कि हम लोग पैसों के लिए नहीं भगवान की सेवा में लगे हैं. हमारा यही नियम है कि हम सभी दिन शाम को 5 बजे माल दे देते हैं और सुबह 5 बजे उसी मामला से भगवान का श्रृंगार और आरती होती है. हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हम भगवान की सेवा कर रहे हैं. हम बाबा-दादा के जमाने से सेवा कर रहे हैं और आने वाले पीढ़ी दर पीढ़ी सेवा करते रहेंगे.
जगन्नाथ मंदिर, रंग महल में भी पहुंचाते हैं माला
उसने आगे बताया कि पुलिस की तरफ से राम जन्मभूमि का कार्ड बनाया गया है. पुलिस की तरह नंबर के साथ आई कार्ड जारी किया गया है. इसी आई कार्ड को दिखाकर हम मंदिर तक जाते हैं. यही हमारा ड्यूटी कार्ड है. हम रामकोट एरिया के जगन्नाथ मंदिर, रंग महल और सभी मंदिरों में भी माला पहुंचाते हैं.
भूमि पूजन के बाद से ज्यादा श्रद्धालु आने से बिक्री बढ़ी
मुन्ना का ये भी कहना है कि वह पहले दिन भर में 100 से 200 रुपये कमाते थे. मगर, भूमि पूजन के बाद से ज्यादा श्रद्धालु आने लगे हैं, तो हमारी बिक्री भी हजार से 2000 होने लगी है. मंगलवार और शनिवार को ज्यादा लोग आते हैं, तो ज्यादा बिक्री होती है. पूरे परिवार का पालन पोषण इसी फूलों की दुकान से होता है. उसके बड़े भाई भी माला की ही दुकान लगाते हैं.