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'संतों के पास जाकर हरकत करता है, नाचता-कूदता है', रामभद्राचार्य ने बताई Abhinav Arora को मंच से नीचे उतारने की वजह

सुल्तानपुर पहुंचे जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज ने 'बाल संत' अभिनव अरोड़ा को अपने मंच से उतारे जाने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि उसका (अभिनव) स्वभाव है कि वह संतों के पास जाकर हरकत करता है, चंचलता करता है, नाचता-कूदता है.

रामभद्राचार्य और अभिनव अरोड़ा रामभद्राचार्य और अभिनव अरोड़ा
नितिन श्रीवास्तव
  • सुल्तानपुर ,
  • 29 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 9:21 AM IST

यूपी के सुल्तानपुर पहुंचे जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज ने 'बाल संत' अभिनव अरोड़ा को अपने मंच से उतारे जाने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि उसका (अभिनव) स्वभाव है कि वह संतों के पास जाकर हरकत करता है, चंचलता करता है, नाचता-कूदता है. मेरी कथा गंभीर विषय पर चल रही थी इसलिए उसे मंच से उतार दिया गया. क्योंकि, मेरी एक मर्यादा है.  लेकिन उससे (अभिनव) कोई द्वेष नहीं है. 

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दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें अभिनव अरोड़ा रामभद्राचार्य महाराज के मंच पर नजर आ रहा है. मंच पर ही आरती के बीच में वह जयकारे लगाते और इधर-उधर टहलते दिखाई देता है. जिसपर रामभद्राचार्य उसे टोकते हैं और मंच से नीचे उतरने के लिए कह देते हैं. 

इस बीच वायरल वीडियो को लेकर अभिनव अरोड़ा ने सफाई पेश की है. अभिनव ने कहा कि इसे बड़ा मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है? उन्होंने आगे कहा कि किसी ने ये क्यों नहीं बताया कि इसके बाद रामभद्राचार्य जी ने उन्हें अपने कक्ष में बुलाकर आशीर्वाद भी दिया. 

सुल्तानपुर में राम कथा के लिए पहुंचे रामभद्राचार्य

उधर, इस वीडियो को लेकर जब सुल्तानपुर के महावीरन धाम में विजेथुआ महोत्सव में राम कथा करने पहुंचे रामभद्राचार्य से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे अभिनव अरोड़ा से कोई द्वेष नहीं है. चूंकि, मेरी कुछ मर्यादा है और उस वक्त मेरी कथा गंभीर विषय पर चल रही थी इसलिए उसे मंच से उतरने के लिए कहा गया. 

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वहीं, बच्चों या किशोरों के राम कथा या भागवत कथा कहने पर रामभद्राचार्य ने कहा कि ये अच्छा नहीं है. इससे सनातन धर्म को नुकसान हो रहा है. जबकि, अभिनव को कथित तौर धमकियां मिलने के सवाल पर रामभद्राचार्य ने कहा कि इसको तो वह ही जाने और उनके साथ के लोग जाने, हम कुछ नहीं जानते. 

इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ के 'बंटोगे तो कटोगे' के बयान का रामभद्राचार्य ने समर्थन किया. उन्होंने कहा कि हिंदुओं को एक होना चाहिए. वहीं, कई राज्यों में अल्पसंख्यकों की संख्या बढ़ने पर भी उन्हें लाभ दिए जाने पर रामभद्राचार्य महराज ने कहा- ये गलत है, समान नागरिक संहिता लागू हो. 

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