
सपा नेता आजम खान इस वक्त जेल में बंद हैं. बीते दिनों उन्होंने जेल से इंडिया गठबंधन के लिए संदेश जारी किया था. जिसमें उन्होंने मुस्लिमों की स्थिति को लेकर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया था. उनके इस बयान पर सियासत गरमा गई है. इसको लेकर समाजवादी पार्टी की तरफ से उन्हें पार्टी से निष्कासित करने की मांग उठने लगी है. रामपुर से सपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मशकूर अहमद मुन्ना ने अखिलेश यादव को पत्र लिखकर आजम खान को समाजवादी पार्टी से बाहर करने की मांग की है.
सपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मशकूर अहमद मुन्ना ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने मुसलमानों के लिए काम नहीं किया है तो कौन किया है? उन्होंने संभल मुद्दे को सड़क से संसद तक उठाया. उन्होंने कहा कि अगर रामपुर के कुछ लोगों को लगता है कि अध्यक्ष जी ने वहां के लिए कुछ नहीं किया है तो मैं कहना चाहता हूं की रामपुर में तो व्यक्ति विशेष का मामला है. रामपुर में पार्टी का मामला थोड़ी है. उनका उत्पीड़न पार्टी की वजह से नहीं हुआ है.
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मुन्ना ने कहा कि हम पर भी उनकी वजह से बहुत से मुकदमे हुए हैं. लेकिन अब आजमखान की तरफ से मुसलमानों को ब्लैकमेल किया जा रहा है. पहले जेल में उन्होंने दो बार शिवपाल जी को बुलाया. फिर चंदशेखर जी को बुलाया. उनका नाटक हम समझ रहे हैं. ऐसे में हम राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मांग करते हैं कि उनको पार्टी से निकाल दिया जाए. रामपुर में संगठन बिल्कुल नहीं है. जेब में रखकर पार्टी नहीं चलेगी.पूरे जिले में इन्होंने माहौल खराब कर दिया है. पिछले दिनों हुए नगर पालिका के चुनाव में सपा प्रत्याशी का 5वां या 6वां नंबर आया था.
सपा प्रत्याशी को सिर्फ 10 हजार ही वोट मिले थे. यह अपने आप को मुसलमान का लीडर बताते हैं. मुरादाबाद में एसटी हसन का टिकट क्यों काटा? एसटी हसन साहब मुसलमान प्रत्याशी थे, लेकिन लोकसभा चुनाव में उनका टिकट जबरन काट दिया गया. क्योंकि रुचि वीरा जी का टिकट आजम खान साहब नहीं चाहते थे. साथ ही वे रामपुर में भी मुसलमान का टिकट नहीं चाहते थे. रामपुर में राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने मुसलमान को टिकट दिया है और वह जीते भी हैं.
ऐसे में अब फर्जी बातें खत्म होनी चाहिए और रामपुर में पूरा नेतृत्व बदलना चाहिए. समाजवादी पार्टी से लोग हट गए हैं क्योंकि ये पार्टी को अपनी जेब में रखते हैं. इनकी वजह से किसी को भी मौका नहीं दिया जा रहा है. अगर एमएलए बनाएंगे तो उम्र कम में अपने बेटे को बनाएंगे और अगर राज्यसभा भेजेंगे तो अपने घर से भेजेंगे या अपने पसंद के बनाएंगे. अब इससे निजात मिलनी चाहिए. हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को पत्र लिखा है. उनसे मिलने भी जा रहे हैं. साथ में 50 आदमी भी मौजूद रहेंगे.