
उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के लिए राहत भरी खबर है. मुख्तार अंसारी को गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने हत्या के प्रयास के मुकदमें में दोष मुक्त करार दिया है. 2009 में मीर हसन नाम के शख्स ने हत्या के प्रयास करने का मामला दर्ज कराया था. इस केस में मुख्तार पर साजिश रचने का आरोप था.
दरअसल, 2009 में मीर हसन ने मुहम्मदाबाद थाने में सोनू यादव के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज कराया था. विवेचना में पुलिस ने मुख्तार अंसारी पर धारा 120बी का केस दर्ज किया था. हालांकि इस मामले में मुख्य आरोपी सोनू यादव कोर्ट से बरी हो चुका है. अब मुख्तार अंसारी को भी एमपी-एमएलए कोर्ट ने बरी कर दिया.
मुख्तार अंसारी की गाजीपुर के एमपी-एमएलए कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी कराई गई. फैसला सुनने के बाद मुख़्तार ने राहत की सांस ली. हालांकि करंडा थाना क्षेत्र के सुआपुर के रहने वाले कपिल देव सिंह की 2009 में हत्या हुई थी. इस मामले में 2010 में गैंग चार्ट बनाया गया था. इस मामले में 20 मई को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी.
इससे पहले बाराबंकी में बाहुबली मुख्तार अंसारी व गुर्गों पर लगे गैंगस्टर मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट में विशेष सत्र न्यायाधीश कमल कांत श्रीवास्तव के सामने वर्चुअल पेशी हुई थी. मुख्तार ने बांदा जेल में अपने वकील से मिलने व साथ में लखनऊ के लजीज आम में केला मिलने पर कोर्ट को अवगत कराया था.
वहीं बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी ने जज के सामने एम्बुलेंस मामले में अपने ऊपर लगे मुकदमों को गलत व बेबुनियाद बताया. इस पर जज कमलकांत श्रीवास्तव ने आरोपों की सुनवाई के लिए 22 मई की तारीख लगाई. यह जानकारी मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने दी थी.