
अयोध्या में श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान रविवार को 'अक्षत पूजा' के साथ शुरू हो गया. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा कि मंदिर में 'राम दरबार' में हल्दी और देसी घी के साथ लगभग 100 क्विंटल साबुत चावल की पूजा के साथ 'अक्षत पूजा' की जा रही है. वहीं, मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने आजतक को बताया कि राम मंदिर 23 जनवरी को नागरिकों के लिए खोला जाएगा.
यह 'पूजित अक्षत' विश्व हिंदू परिषद (BHP) के 90 पद धारकों के बीच वितरित किया जाएगा, जो कि देशभर के 45 संगठनात्मक प्रांतों से यहां आए हुए हैं. ट्रस्ट ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के ये सदस्य 22 जनवरी से पहले पूरे देश में चावल वितरित करेंगे.
नृपेंद्र मिश्रा ने आजतक को बताया कि 22 जनवरी को पीएम मोदी राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. इसी दिन राम मंदिर निर्माण का फेज वन का काम पूरा हो जाएगा. उन्होंने बताया कि 23 जनवरी से आम जनता और श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए मंदिर खोल दिया जाएगा. एक दिन में 70 से 75 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि गर्भगृह में 51 इंच की रामलला की मूर्ति लगेगी.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र की ओर से कहा गया है कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर यानी 22 जनवरी 2024 को देशभर के 5 लाख से ज्यादा मंदिरों में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इसके लिए 'पूजित अक्षत' 5 नवंबर को देशभर के 45 प्रांतों से अयोध्या धाम पधारे कार्यकर्ताओं को समर्पित किए जाएंगे. इस पूजित अक्षत को वे सभी कार्यकर्ता अपने प्रांतों में ले जाएंगे. इस अक्षत के माध्यम से देश के सभी शहर और ग्राम में जनमानस को उत्सव के लिए आमंत्रित किया जाएगा.
देशभर से भगवान राम के भक्त लाइव फीड के जरिए राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हो सकेंगे. मंदिर ट्रस्ट ने हर गांव और कस्बों के मंदिरों में टेलीविजन स्क्रीन लगाने की व्यवस्था की है. ट्रस्ट के सदस्यों ने कहा कि इससे अयोध्या में पर्यटकों का दबाव कम करने में मदद मिलेगी. देशभर में श्रद्धालुओं के लिए अपने-अपने गांव के मंदिरों में भजन-कीर्तन करने की व्यवस्था की गई है