Advertisement

स्कूल में भूत की बात से शिक्षा विभाग हैरान, अधिकारी बोले- बीमार छात्राओं को मनोचिकित्सक से कराएंगे इलाज

महोबा के महुआ गांव स्थित कन्या विद्यालय में भूत-प्रेत का साया होने की बात कही जा रही है. मिड डे मील खाने के दौरान एक साथ 15 छात्राएं चीखने-चिल्लाने लगी थीं. फिर सबकी तबीयत खराब हो गई. छात्राओं का कहना है कि उन्होंने सफेद साड़ी पहने हुए एक महिला का साया देखा था. फिर उनकी तबीयत खराब हो गई.

छात्रा ने सफेद साड़ी पहने हुए महिला देखने की कही बात. छात्रा ने सफेद साड़ी पहने हुए महिला देखने की कही बात.
नाह‍िद अंसारी
  • महोबा,
  • 21 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:55 PM IST

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के महोबा (Mahoba) जिले के सरकारी विद्यालय में अजीबो-गरीब तरीके से 15 छात्राएं बीमार हो गई थीं. इसके बाद स्कूल में भूतनी का साया होने की बात कही जा रही है. छात्राओं के इलाज के लिए तांत्रिक का सहारा लिया गया.

छात्राओं का कहना है कि उन्हें सफेद साड़ी पहने हुए एक औरत दिखाई दी थी. उस देखने के बाद हमारी तबीयत खराब हुई. पूरे मामले पर शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी का कहना है कि भूत-प्रेत जैसा कुछ नहीं है. फिर भी बीमार छात्राओं को मनोचिकित्सक को दिखाएंगे और उनसे इलाज कराएंगे.

Advertisement

चिल्लाने के बाद बेहोश हो गई थीं छात्राएं 

दरसअल, यह घटना महोबा जनपद के पनवाड़ी विकासखंड में आने वाले महुआ गांव में हुई है. यहां पर संचालित कम्पोजिट विद्यालय के कन्या प्राथमिक विद्यालय परिसर में मंगलवार को मिड डे मील खाने के दौरान दो छात्राओं ने चिल्लाना शुरू कर दिया था. 

इसके बाद एक के बाद एक 15 छात्राएं अचानक से चीखने-चिल्लाने लगी थीं और कई बेहोश हो गई थीं. वहीं कई छात्राएं अजीबो-गरीब हरकतें करने लगी थीं. इसके बाद पूरे गांव में यह अफवाह फैल गई है कि स्कूल में किसी भूतनी का साया है.

तबीयत बिगड़ने के कुछ समय बाद होश में आई छात्राओं ने सफेद साड़ी पहने किसी महिला का साया देखने की बात कही है. छात्राओं ने बताया कि भूतनी सफेद साड़ी के अलावा काली चुनरी ओढ़े हुए थी और पैरों में पायल पहने हुए थी. हमने उसे देखा और फिर हमारी तबीयत बिगड़ गई थी.

Advertisement

स्कूल में बुलाया गया था तांत्रिक

छात्राओं के अचानक से बीमार होने के बाद स्कूल में झाड़-फूंक के लिए तांत्रिक बुलाया गया और पूजा पाठ कराया गया. इसके अलावा कई छात्राओं का परिवार के लोग तांत्रिक से इलाज करा करा रहे हैं. वहीं, परिवार के लोगों का मानना है कि स्कूल में भूत और जिन्न का साया है. अभी हम बच्चियों को स्कूल नहीं भेजेंगे.

स्कूल के टीचर ने बताई आंखों-देखी

स्कूल में पढ़ाने वाले अध्यापक संजय का कहना है कि मंगलवार को हुई घटना के बाद 236 में से केवल 8-10 बच्चे ही स्कूल आए. उन्होंने बताया कि मंगलवार को इंटरवल के दौरान बच्चियों की तबीयत बिगड़ी थी. सभी एक साथ चिल्ला रही थीं. कईयों की तबीयत ज्यादा ही खराब हुई थी.

प्रधानाचार्य बोले- बाधा हटाने के लिए तांत्रिक उपाय बताए गए हैं 

स्कूल के प्रधानाचार्य गोविन्द मोरारी बताते हैं कि विद्यालय परिसर में भगवान महावीर का मंदिर बना है. उसके पिछले हिस्से की दीवार बनाई गई है. गांव वालों का कहना है कि दीवार के कारण भगवान महावीर के नेत्र बाधित हो गए हैं, जिससे विद्यालय में जिन्न और भूत का साया हो रहा है. दीवार हटाए जाने के बाद ही यह बाधा दूर होगी.

उन्होंने आगे बताया कि यहां पर इस कन्या प्राथमिक विद्यालय का निर्माण साल 1973 में हुआ था. अब बिल्डिंग में जिन्न का साया होने की अफवाह उड़ाई जा रही है. बाधा हटाने के तांत्रिक उपाय बताए गए हैं. 

Advertisement

बीएसए अजय मिश्र बोले- मनोचिकित्सक से कराएंगे इलाज 

स्कूल में भूत होने की बात शिक्षा विभाग के पास भी पहुंची है. विभाग के बीएसए अजय कुमार मिश्रा ने कहा है कि भूत-प्रेत की बात कही जा रही है. छात्राओं को स्कूल में सफेद साड़ी में कोई महिला दिखने की बात सामने आई है. भूत-प्रेत की बात से मैं इत्तेफाक नहीं रखता हूं. मगर, छात्राओं की मनोचिकित्सक से काउंसलिंग कराएंगे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement