
ग्रेटर नोएडा में मोटोजीपी का रोमांच शुरू हो चुका है. आज शुक्रवार को पहले दिन सभी टीमों ने प्रैक्टिस सेशन में हिस्सा लिया. 41 टीम के 82 राइडर्स इस मोटोजीपी रेस में पहुंचे हैं. मोटोजीपी रेस का पहला दिन कई वजह से बेहद खास रहा. इस दौरान ट्रैक पर सदगुरु जग्गी वासुदेव भी पहुंचे. इन्होंने बाइक पर हाथ भी आजमाएं. दरअसल, सद्गुरु कार और बाइक के दीवाने माने जाते हैं. उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हैं.
बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट पहुंचे सद्गुरु एक्साइटेड दिखे. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि भारत में इस तरह का बड़ा आयोजन हो रहा है और इसके लिए तारीफ होनी चाहिए. मुझे बाइक का बहुत शौक है और मैंने लंदन से लेकर कावेरी तक बाइक से सफर भी किया है. कई लोग कहते हैं की बाइक रेसिंग एक रिस्की गेम है, इसमें खतरा है. लेकिन मैं ऐसा नहीं मानता.
'ट्रैक पर बाइक चलाना ज्यादा खतरनाक नहीं'
उन्होंने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में लोग बाइक का इस्तेमाल करते हैं. सड़क पर बाइक चलाना ज्यादा खतरनाक है. बजाय कि ट्रैक पर इस तरह की रेसिंग में हिस्सा लेना. वो कहते हैं कि इस तरह की प्रोफेशनल रेसिंग में सब कुछ कंट्रोल तरीके से किया जाता है. हर चीज के लिए नियम है और नियमों को तोड़ने की इजाजत किसी को भी नहीं है.
सद्गुरु ने याद किया पुराना किस्सा
बाइक से जुड़ी अपनी यादों को याद करते हुए सद्गुरु कहते हैं जैसे ही वह 18 साल के हुए, उनके जन्मदिन के ठीक बाद उन्हें बाइक का लाइसेंस मिल गया. बाइक मेरे लिए सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट या फिर स्पोर्ट का जरिया नहीं थी. बल्कि वह इसके जरिए पूरे देश में कहीं भी घूमने की आजादी महसूस करते थे.