
22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. जिसे लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल बना हुआ है. इस बीच सद्गुरु जग्गी वासुदेव (Sadhguru) ने पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर ट्वीट किया है. सद्गुरु ने रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा में पीएम के शामिल होने पर खुशी जाहिर की है. सद्गुरु ने देश के सभी नेताओं से प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का आह्वान किया है.
सद्गुरु ने ट्वीट कर कहा, यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि भारत के निर्वाचित नेता नरेंद्र मोदी, सभ्यता के इस महान पात्र, राम का अनुष्ठान कर रहे हैं, जिन्हें एक न्यायप्रिय और स्थिर नेता के प्रतीक के रूप में जाना जाता है. सिर्फ एक नेता को नहीं, बल्कि भारत के सभी नेताओं और नागरिकों को एक न्यायपूर्ण, स्थिर और समृद्ध भारत बनाने के लिए अनुष्ठान में शामिल होना चाहिए. यही रामराज्य है.
16 जनवरी से शुरू हुआ अनुष्ठान
रामजन्म भूमि ट्रस्ट की ओर से सातों दिनों की पूरी कार्यक्रम शृंखला बनाई गई है. 16 जनवरी को प्रायश्चित और कर्मकुटी पूजन के साथ आयोजन की शुरुआत हुई. हर दिन एक अधिवासिक अनुष्ठान होगा. जिसमें, जल, औषधि, गंध, घी, धान्य, शक्कर, पुष्प आदि शामिल हैं. इन सभी अधिवासों की समाप्ति के बाद 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. भगवान श्रीराम लला के विग्रह की शुभ प्राण प्रतिष्ठा, पौष मास के शुक्ल पक्ष की कूर्म द्वादशी की तिथि के दिन, 22 जनवरी 2024 की होगी. प्राण प्रतिष्ठा अभिजीत मुहूर्त में की जाएगी.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर सुरक्षा के ऐसे इंतजाम किए जा रहे हैं कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता है. इस बार केंद्र और राज्य से जुड़ी सुरक्षा एजेंसियां एक साथ मिलकर काम कर रही है. उत्तर प्रदेश पुलिस, एसटीएफ, एटीएस, पीएसी, आरएएफ के साथ केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों के जवान तैनात किए गए हैं. इतना ही नहीं 16 जनवरी से अयोध्या को एसपीजी के हवाले कर दिया जाएगा. उसकी अगुवाई सभी टीमें एक साथ मिलकर काम करेंगे.
जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस चीफ मोहन भागवत के साथ बड़ी संख्या देश-विदेश की हस्तियां शामिल होने के लिए आ रही हैं. इसके साथ ही लाखों की संख्या में आम लोग भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले हैं. ऐसे में 16 से लेकर 23 जनवरी तक अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था किसी चुनौती से कम नहीं है. इससे निपटने के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम बनाए गए हैं.