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'उनका नाम ममता नहीं, क्रूरता होना चाहिए...', संदेशखाली बवाल को लेकर साध्वी निरंजन ज्योति का सीएम पर हमला

केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने संदेशखाली हिंसा मामले पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, उनका ममता नाम जरूर है. मुझे लगता है कि नाम ममता नहीं क्रूरता होना चाहिए. इंडिया गठबंधन के नेताओं पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इनके मुंह से पश्चिम बंगाल के इस मामले पर एक भी शब्द नहीं निकल रहा है. इसकी वजह ये है कि इनको 2024 का चुनाव दिख रहा है.

साध्‍वी निरंजन ज्योति का सीएम ममता बनर्जी पर हमला. (फाइल फोटो) साध्‍वी निरंजन ज्योति का सीएम ममता बनर्जी पर हमला. (फाइल फोटो)
नीतेश श्रीवास्तव
  • फतेहपुर ,
  • 25 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 8:47 PM IST

केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति अपने संसदीय क्षेत्र यूपी के फतेहपुर पहुंचीं. यहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने संदेशखाली हिंसा मामले पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोला. उन्होंने कहा, उनका ममता नाम जरूर है. मुझे लगता है कि नाम ममता नहीं क्रूरता होना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा.

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साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं ने आवाज बुलंद की. दुर्भाग्य है कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा वहां नहीं पहुंची. अगर, यूपी में कोई घटना होती है तो वहां पूरा कुनबा पहुंच जाता है. इंडिया गठबंधन के नेताओं के मुंह से पश्चिम बंगाल के इस मामले पर एक भी शब्द नहीं निकल रहा है. इसकी वजह ये है कि उनको 2024 का चुनाव दिख रहा है.

यह भी पढ़ें: 'बातें कम, काम ज्यादा करें', संदेशखाली पर राज्यपाल की CM ममता बनर्जी को सलाह

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल की इतनी दयनीय स्थिति है कि महिला सीएम होने के बावजूद उनके कार्यकर्ताओं और उनके गुंडों ने महिलाओं की इज्जत लूटी. उनकी जमीनें कब्जा की. जब हमारा प्रतिनिधि मंडल वहां जाना चाह रहा है तो उसे रोका जा रहा है. उनका नाम ममता जरूर है. मगर, मुझे लगता है कि नाम ममता नहीं क्रूरता होना चाहिए.

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वहीं, राहुल गांधी के बयान 'बीजेपी के लोग धर्म के आधार पर लड़वाते हैं और लोगों को धमकाने का काम कर रहे हैं' पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि हम किसी धर्म की आलोचना नहीं करते. वो स्पष्ट करें कि किस धर्म और मजहब को मानते हैं. चुनाव आएगा तो कोट के ऊपर जनेऊ पहनकर चले जाएंगे और अंदर क्रॉस पहनते हैं.

क्या है संदेशखाली हिंसा का पूरा मामला?

बता दें कि संदेशखाली में बीते कुछ दिनों से तनाव का माहौल है. यहां महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. जब उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उनके खिलाफ महिलाओं ने प्रदर्शन भी किया था. उसके बाद ये मामला सड़क से लेकर विधानसभा तक गूंजा. तब जाकर टीएमसी के तीन नेताओं की गिरफ्तारी हुई. 

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