
अयोध्या में निर्मित किए जा रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को राम राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. इस बीच समाजवादी पार्टी (SP) के नेता और अलीगढ़ से दो बार विधायक रहे जमीरुल्लाह खान ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम के कसीदे पढ़े हैं.
जमीरुल्लाह ने कहा,'राम मंदिर आंदोलन के दौरान किसी ने एक भी पद नहीं छोड़ा, लेकिन उन्होंने (कल्याण सिंह) राम मंदिर के लिए CM की कुर्सी पर लात मार दी. इसलिए राम मंदिर का उद्घाटन दिवंगत कल्याण सिंह की पत्नी से कराना चाहिए. यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी.'
'सिर्फ बाबूजी ने किया था त्याग'
सपा से पूर्व विधायक जमीरुल्लाह खान का ये बयान इसलिए भी अहम है, क्योंकि समाजवादी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस मुद्दे पर अब तक बचकर बयान देता आया है. इस बीच सपा नेता का यह बयान काफी मायने रखता है. जमीरुल्लाह ने आगे कहा,'राम मंदिर आंदोलन के दौरान सिर्फ इकलौते शख्स बाबूजी (कल्याण सिंह) ने त्याग दिया था.'
'वही होगी कल्याण सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि'
जमीरुल्लाह ने आगे कहा,'कल्याण सिंह ने ही अपनी CM की कुर्सी को लात मारी थी. वरना देशभर में किसी ने अपने छोटे से पद को भी नहीं त्यागा था. इसलिए हमारी मांग है कि अगर भाजपा के लोग सच्ची श्रद्धांजलि देना चाहते हैं तो उनकी धर्मपत्नी से राम मन्दिर का उद्घाटन कराना चाहिए, अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो समझ में आ जाएगा कि ये (BJP) सिर्फ प्रचार-प्रसार करना जानते हैं.'
जोर-शोर से चल रही उद्घाटन की तैयारी
बता दें कि राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं. राममंदिर के मुख्य ट्रस्टी और महासचिव चंपत राय के मुताबिक 22 तारीख को हाई सिक्योरिटी के प्रबंध किए गए हैं. मुख्य समारोह के लिए आमंत्रित व्यक्तियों की लिस्ट तैयार की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि वाराणसी के पुजारी राधे श्याम दीक्षित ने 22 जनवरी की तारीख दी है और उसी दिन अनुष्ठान भी होगा. उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण अंतिम चरण में है और पहला चरण जनवरी के पहले सप्ताह तक पूरा हो जाएगा.
अयोध्या की बदल रही तस्वीर
हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि पीएम मोदी के राम मंदिर का उद्घाटन करने की घोषणा के बाद लोगों में उत्साह है. उन्होंने कहा कि पहले से ही अयोध्या में बहुत बदलाव हो चुका है और अब प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए सिर्फ 2 महीने बचे हैं. इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है और जल्द ही अयोध्या का चेहरा बदल जाएगा. यह उन लोगों के लिए भी जवाब है जो सोचते थे कि अयोध्या कभी प्रगति नहीं कर सकती.