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संभल हिंसा में 1 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का नुकसान हुआ है. इस बात की जानकारी पुलिस ने दी है. पुलिस के मुताबिक नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से की जाएगी. संभल हिंसा में अभी तक 34 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं, 400 लोगों को फोटो के आधार पर चिह्नित किया जा चुका है.
पुलिस ने यह भी कहा है कि हिंसा में शामिल लोग खुद ही मौके पर आकर बताएं तो बेहतर होगा. क्योंकि फुटेज के आधार पर ही कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने बताया कि हिंसा के दौरान कारें जलाईं गईं और ट्रांसफार्मर भी तोड़े गए हैं. उपद्रव की फुटेज सीसीटीवी में कैद हुई है. ऐसे में नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से की जाएगी.
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संभल में 24 नवंबर को हुई थी हिंसा
संभल जिले में 24 नवंबर को स्थानीय कोर्ट के आदेश पर शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए थे. घायलों में पुलिसवाले भी शामिल थे. पुलिस ने हिंसा मामले में ढाई हजार से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से अधिकांश अज्ञात हैं. जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें समाजवादी पार्टी के संभल से सांसद जिया उर रहमान बर्क और संभल के विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल भी शामिल हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि घटना से जुड़े उपद्रवियों के साथ पूरी कठोरता से निपटें. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, उसे वापस ठीक कराने का खर्च उन्हीं उपद्रवियों से वसूल किया जाए. एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए.
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सीएम योगी ने कहा कि चाहे गौतमबुद्ध नगर हो, अलीगढ़ हो या संभल अथवा कोई अन्य जिला हो, अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती. उन्होंने कहा, "जिन लोगों ने सार्वजनिक संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया है, उसे वापस ठीक कराने का खर्च उन्हीं उपद्रवियों से वसूल किया जाए. अराजकता फैलाने वालों को चिन्हित कर उनके पोस्टर लगाएं, जनता का सहयोग लें, सघन सर्च ऑपरेशन चलाएं. एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए."