
यूपी की राजधानी लखनऊ में बुधवार को हुए जीवा हत्याकांड के दौरान एक बच्ची को भी गोली लगी थी. इसके बाद केजीएमसी उसको एडमिट कराया गया था. यहां डॉक्टर्स ने लंबे ऑपरेशन के बाद गोली निकाल दी है. उधर, जीवा मर्डर केस में एफआईआर भी दर्ज हो गई है. इसकी जांच के लिए इंस्पेक्टर वजीरगंज को विवेचक और तीन इंस्पेक्टर को सह विवेचक बनाया गया है. साथ ही विवेचना के लिए अन्य टीमों को भी टेक्निकल सपोर्ट के लिए लगाया गया है.
जेसीपी कानून व्यवस्था उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि हमने लापरवाही बरतने वाले छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है. कोर्ट की सुरक्षा के मद्देनजर लखनऊ बार और सेंट्रल बार के साथ बैठक करके सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए एसओपी बनाई गई है. इसको जल्द अमल में लाया जाएगा.
उपेंद्र अग्रवाल ने ये भी बताया कि अभी तक की विवेचना में आरोपी विजय यादव की ही भूमिका सामने आई है. कई सुराग मिले हैं, आगे जो साक्ष्य मिलेंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी. हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं.
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गौरतलब है कि विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट की कोर्ट में बुधवार को शूटर विजय यादव ने संजीव जीवा की हत्या की थी. कोर्ट में मौजूद प्रत्यक्षदर्शी वकील ने बताया था कि कोर्ट में भीड़ थी. जीवा सुनवाई का इंतजार कर रहा था. तभी एक शूटर आया और उस पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. मौके पर मौजूद एक महिला की गोद में बच्ची थी. इस दौरान मासूम की पीठ पर गोली लगी, जो पेट से निकल गई.
'हम जीवा को मारने आए थे और मार दिया'
वहीं, महिला के अंगूठे में गोली लगी. इस दौरान एक पुलिस कांस्टेबल को भी गोली लगी. प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि संजीव जान बचाने के लिए अंदर भागा और वह 10 से 15 मिनट तक बेसुध पड़ा रहा. शूटर कह रहा था कि हम जीवा को मारने आए थे और मार दिया. जीवा पर बीजेपी नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या का आरोप था, जिन्होंने कभी मायावती की गेस्ट हाउस कांड में जान बचाई थी. जीवा पर जेल से गैंग चलाने और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप था.