
उत्तर प्रदेश में आरिफ और सारस पक्षी की दोस्ती के किस्से लगातार सुने जा रहे हैं. दोनों के वायरल वीडियो भी सबका ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं. उधर, अब बरेली रेलवे जंक्शन पर ट्रेन से टकराकर एक अन्य सारस के घायल होने की घटना सामने आई है. एक यात्री के ट्वीट के बाद जीआरपी ने मौके पर पहुंचकर घायल पक्षी का रेस्क्यू किया.
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश का राजकीय पक्षी सारस अचानक एक ट्रेन से टकराने के बाद ट्रैक पर बुरी तरह जख्मी होकर गिर पड़ा. असहाय पक्षी को स्टेशन पर मौजूद बंदर परेशान करते रहे. हालांकि, घायल पक्षी जैसे तैसे उड़कर प्लेटफॉर्म नंबर-2 पर आकर बैठ गया. काफी देर तक छटपटाता रहा. जहां सारस को देखने वालों की भीड़ लग गई. यह देख स्टेशन पर मौजूद एक यात्री ने जीआरपी को ट्विटर के जरिए इस संबंध में सूचना दी.
घटनास्थल पर पहुंची जीआरपी ने वन विभाग की टीम को फोन किया. कई कॉल करने के बाद वन विभाग की टीम यूपी के राजकीय पक्षी की सुध लेने नहीं पहुंची. जबकि यूपी के वन मंत्री अरुण कुमार खुद बरेली से ही ताल्लुक रखते हैं. वन विभाग की टीम जब मौके पर नहीं पहुंची तो बरेली जीआरपी खुद घायल सारस को लेकर भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) पहुंची. देखें Video:-
आईवीआरआई के प्रभारी अधिकारी डॉ. अमरपाल ने बताया कि गुरुवार शाम को इमरजेंसी में एक सारस लाया गया था. वह गंभीर रूप से जख्मी था. उसकी बॉडी में जगह-जगह फ्रैक्चर भी था. पक्षी को इमरजेंसी ट्रीटमेंट दिया गया और एक्स-रे बगैरह किया गया. फिलहाल घायल पक्षी की मरहम पट्टी कर दी गई है.
आरिफ के 'दोस्त' की भी चर्चा
उधर, यूपी के अमेठी से आरिफ के कथित दोस्त पक्षी सारस को समसपुर (रायबरेली) पक्षी विहार लाया गया था. 24 घंटे के अंदर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा कि समसपुर पक्षी विहार से सारस भागकर आरिफ के पास चला गया है. इसके बाद अखिलेश यादव ने ट्विटर पर सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा.
दरसअल, वन विभाग की टीम सारस को आरिफ के पास से रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार लाई थी, लेकिन पिछले तीन दिनों से सारस को पक्षी विहार में देखा नहीं गया. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के एक ट्वीट के मुताबिक, रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया बहुचर्चित सारस लापता हो गया था.
सपा मुखिया ने दावा किया कि पक्षी उड़कर बी सैया गांव पहुंच गया था. उन्होंने लिखा कि यूपी के पक्षी-प्रेमी 'बी सैया' नामक गांव को बहुत धन्यवाद जिसने सारस को बचाया, खिलाया पिलाया और वो काम कर दिखाया.
इस मामले को लेकर 'यूपी तक' की टीम समसपुर पक्षी विहार से लेकर 'बी सैया' गांव के गंगादीन के पुरवा तक पहुंची. इसके बाद उस परिवार से खास बातचीत की, जिसने सारस को दाल-चावल, रोटी के साथ मैगी खिलाई थी.
उस परिवार के सदस्य दिलीप कुमार ने बताया कि गांव के बाहर कूड़े के पास यह सारस पड़ा था. उसे आवारा कुत्तों ने चारों तरफ से घेर रखा था. हमने पहले से ही आरिफ के दोस्त सारस का वीडियो देखा हुआा था, तो हम उसे पहचान गए. फिर उसे घर लेकर आए और खाना खिलाया. इसके बाद वन विभाग के टीम को फोन किया. फिर समसपुर पक्षी विहार से अधिकारी आकर सारस को अपने साथ ले गए.
अखिलेश यादव भी आरिफ से जाकर मिले थे
बता दें कि अमेठी के जामो विकासखंड के मंडखा गांव निवासी आरिफ सोशल मीडिया पर तब चर्चा में आ गए, जब एक सारस पक्षी के साथ उनकी तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगीं. दोनों की दोस्ती की खूब चर्चा हुई. इतना ही नहीं, कुछ दिन पहले अमेठी आए अखिलेश यादव ने भी मंडखा जाकर आरिफ और सारस से जाकर मुलाकात की थी.
मामला चर्चा में आने पर प्रभागीय वनाधिकारी अमेठी डीएन सिंह ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर सारस को उसके प्राकृतिक वास समसपुर पक्षी विहार में छोड़े जाने की अनुमति मांगी थी.
इस पर अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी ने प्रभागीय वनाधिकारी अमेठी को सारस को सुरक्षात्मक उपाय के साथ समसपुर पक्षी विहार छोड़ने की अनुमति दी. इसके बाद सारस पक्षी को पशुचिकित्सक, एसडीओ रामवीर मिश्र और क्षेत्रीय वनाधिकारी की टीम ने पक्षी विहार में ले जाकर छोड़ दिया था.