
शामली: कर्ज में डूबे किसान ने की आत्महत्या, पुलिस ने मृतक पर ही दर्ज कर दिया मुकदमा
उत्तर प्रदेश के शामली में पुलिस की एक अजीब कार्रवाई सामने आई है. कर्ज और गन्ना भुगतान न मिलने से परेशान किसान धर्मेंद्र ने 23 फरवरी को आत्महत्या कर ली थी, लेकिन पुलिस ने उन्हीं पर मुकदमा दर्ज कर दिया. इस फैसले से किसान संगठनों और ग्रामीणों में आक्रोश है.
धर्मेंद्र एक गन्ना किसान थे, उन्होंने बेटी की स्कूल फीस न भर पाने और बीमार पत्नी का इलाज न करा पाने के चलते आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने अपने खेत में तमंचे से खुद को गोली मार ली. इस घटना के बाद झिंझाना थाना पुलिस ने आत्महत्या करने वाले किसान पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया, क्योंकि उनके पास अवैध तमंचा मिला था.
किसान संगठनों ने जताया विरोध
महात्मा किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल और नेता विनोद ने डीएम से मुलाकात कर मुआवजे और दर्ज एफआईआर को खत्म करने की मांग की. किसान नेता विनोद ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक किसान कर्ज में दबकर आत्महत्या कर लेता है और प्रशासन उसकी मदद करने के बजाय उस पर ही मुकदमा दर्ज कर देता है.
विधानसभा में भी उठा मामला
चरथावल के विधायक पंकज मलिक ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया और गन्ना मंत्री से किसान परिवार को मुआवजा दिलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि किसान आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या करने को मजबूर हुआ. किसान धर्मेंद्र के पास से अवैध तमंचा बरामद हुआ था, इसलिए 23 फरवरी को ही उसके खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया था.
किसान संगठनों का कहना है कि प्रशासन को किसान के परिवार की मदद करनी चाहिए, न कि मृतक के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. इस फैसले के खिलाफ किसानों में नाराजगी बढ़ती जा रही है.