Advertisement

बांग्लादेशी हिंदुओं ने की शंकराचार्य से मुलाकात, सरकार के सामने आवाज उठाने का मिला आश्वासन

शंकराचार्य से मुलाकात करने 12 बांग्लादेशी हिंदुओं का समूह पहुंचा था. समूह ने शंकराचार्य से धर्म की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की. इस पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने समूह से कहा कि वे सरकार को पत्र लिखकर इस मामले पर कार्रवाई करने का आग्रह करेंगे.

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (File Photo) शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (File Photo)
aajtak.in
  • वाराणसी,
  • 26 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:49 PM IST

बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ लगातार हो रही हिंसा के बीच बांग्लादेशी हिंदुओं के एक ग्रुप ने वाराणसी में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने से मुलाकात की. शंकराचार्य ने बांग्लादेशी हिंदुओं के ग्रुप को आश्वासन दिया कि वह सरकार के सामने उनकी चिंताओं को उठाएंगे.

शंकराचार्य से मुलाकात करने 12 बांग्लादेशी हिंदुओं का समूह पहुंचा था. समूह ने शंकराचार्य से धर्म की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की. इस पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने समूह से कहा कि वे सरकार को पत्र लिखकर इस मामले पर कार्रवाई करने का आग्रह करेंगे. शंकराचार्य ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं को केवल उनकी आस्था के कारण सताया जा रहा है.

Advertisement

दरअसल, बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद से हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. आए दिन कट्टरपंथियों के हिंदुओं को निशाना बनाने की घटनाएं सामने आ रही हैं. हाल ही में वहां इस्कॉन के धर्मगुरु चिन्मय दास को गिरफ्तार कर लिया गया था. धर्मगुरु की गिरफ्तारी का भारत सहित दुनियाभर के कई देशों में विरोध हुआ था.

क्रिसमस पर ईसाइयों को बनाया निशाना

बता दें कि एक दिन पहले ही क्रिसमस पर बांग्लादेश के कट्टरपंथियों ने ईसाई समुदाय के लोगों को भी निशाना बनाया है. बंदरबन में क्रिसमस से एक दिन पहले ईसाई समुदाय से जुड़े लोगों के 17 घर जला दिए गए हैं.

19 में से 17 घर जलाकर किए खाक

घटना बंदरबन जिले के चटगांव पहाड़ी इलाके में स्थित सराय यूनियन में हुई. यह हमला उस समय हुआ जब यहां रहने वाले त्रिपुरा समुदाय (ईसाई) के लोग पास के एक गांव में क्रिसमस की प्रार्थना में शामिल होने गए थे. घटना के समय प्रभावित गांव न्यू बेटाचरा पारा में कोई भी शख्स मौजूद नहीं था और इसी का फायदा उठाकर उपद्रवी वहां पहुंचे और घरों में आग लगा दी. हमलावरों ने गांव के 19 में से 17 घर जलाकर खाक कर दिए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement