
उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी सुबह अचानक बीमार पड़ गया. जिसे मंगलवार इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. बताया जा रहा है कि मुख्तार को 4 से 5 दिनों से बाथरूम करने में दिक्कत आ रही थी. जिसके चलते उसे अस्पताल ले जाया गया था. जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे स्वस्थ बताया और वापस जेल भेज दिया.
बताया जा रहा है कि मुख्तार की खराब तबियत का पता चलते ही उसका बेटे उमर और भाई मंसूर अंसारी मिलने पहुंचे. आरोप है कि जेल प्रशासन ने उन्हें मिलने नहीं दिया. परिजनो ने एम्स में उसके इलाज की मांग की. इस दौरान मेडिकल कॉलेज कैंपस को छावनी में बदल दिया था. दर्जनभर थानों की फोर्स समेत सर्किल के तीन सीओ और अपर जिलाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक खुद सुरक्षा व्यवस्था संभाले हुए हैं थे.
मुख्तार को इलाज के बाद वापस जेल भेजा
मुख्तार के बेटे उमर का कहना है कि उन्हें अपने पिता मुख्तार अंसारी से मिलने नहीं दिया गया. उमर अंसारी के मुताबिक, मैं 900 किलोमीटर चलकर आया हूं. रोजे से भी हूं. मुझे मिलने नहीं दिया गया, शीशे तक से भी देखने नहीं दिया गया. हमारे साथ ज्यादती की जा रही है. कानून के रास्ते से अपनी लड़ाई लड़ेंगे और सर्वोच्च न्यायालय जाएंगे.
जेल के डॉक्टरों की निगरानी में रहेगा मुख्तार
मेन गेट से लेकर अस्पताल वार्ड में हर आने जाने पर विशेष नजर रखी जा रही थी. मेडिकल टीम और पुलिस के अफसरों के अलावा उसके पास किसी को जाने की इजाजत नहीं थी. तीन डॉक्टरों के चेकअप के बाद मुख्तार अंसारी को जेल रवाना कर दिया. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सुनील कौशल ने बताया कि अब जेल के डॉक्टरों की निगरानी में उसका चेकअप होगा.