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'ये एनकाउंटर नहीं हत्या है...', बहराइच मुठभेड़ पर SP चीफ अखिलेश यादव ने उठाए सवाल

उत्तर प्रदेश के बहराइच में दो आरोपियों के हाफ एनकाउंटर पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि ये एनकाउंटर नहीं, हत्या है. जनता इसे देख रही है.

अखिलेश यादव (फाइल फोटो) अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • लखनऊ,
  • 18 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 7:16 PM IST

उत्तर प्रदेश के बहराइच में 13 अक्तूबर की शाम हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज बाजार में विसर्जन जुलूस में मामूली कहासुनी के बाद दुर्गा प्रतिमा पर पथराव व धार्मिक झंडा उतारने से उपजे विवाद में गोली चलने से युवक रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी. जिसमें पुलिस ने गुरुवार को पांच मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. जिनमें सरफराज व तालीम के नानपारा कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत नानपारा रूपईडीहा हाइवे पर बड़ी नहर के पास पुलिस से हुई मुठभेड़ में पैरों में गोली लग गई थी. वहीं, आरोपियों के हाफ एनकाउंटर सहित पूर्व में हुए एनकाउंटर पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है. 

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अखिलेश यादव ने कहा कि यह एनकाउंटर नहीं हो रहा है, यह हत्या हो रही है और यह पूरी जनता देख रही है. अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि यूपी में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर जो पहले डीजीपी थे, उन्होंने कहा था कि ये सब फेक एनकाउंटर हैं. जब जांच होती है तो पुलिसवालों के साथ कोई खड़ा नहीं दिखाई देता है. एनकाउंटर को लेकर कुछ जेल भी जाते हैं. उन्होंने संख्या भी बताई थी कि कितने पुलिस वाले फेक एनकाउंटर मामले में जेल गए हैं. 

यह भी पढ़ें: 'सब योगी सरकार पर छोड़ दिया, जो करेंगे सही करेंगे', बोली बहराइच कांड के आरोपी सरफराज की बहन

अखिलेश यादव बोले कि यह एनकाउंटर नहीं, हत्या हो रही है, जिसे पूरी जनता देख रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का सिंपल फंडा है. पहले ये आपको परेशान करते हैं और जब आप विरोध करते हैं तो ये लोग आप पर कानूनी कार्रवाई करते हैं और झूठे मुकदमों में फंसाते हैं. 

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13-14 अक्टूबर को हुई थी हिंसा 

यूपी के बहराइच में 13-14 अक्टूबर को विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद गुरुवार को पुलिस ने पांच आरोपियों अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, तालीम व अफजल को सीजेएम प्रतिभा चौधरी के जजेज कालोनी स्थित आवास पर पेश किया. जहां से सीजेएम ने आरोपियों को 14 दिनों की रिमांड पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया.

वहीं, हिंसा के पांचवें दिन शहर में शांति वापस लौटती दिखाई पड़ रही है. शहर कोतवाली के मुख्य बाजार घंटाघर पर हिंसा के बाद जुमे की पहली नमाज के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. हर चौक चौराहों पर पुलिस की कड़ी पहरेदारी थी. शहर की सभी प्रमुख मस्जिदों पर मुस्लिम समाज के लोगों ने शांतिपूर्ण तरह से नमाज अदा की. इस दौरान डीएम मोनिका रानी, एसपी वृंदा शुक्ला सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, सिटी पुलिस क्षेत्राधिकारी रमेश पांडेय लगातार शहर भर में भ्रमण करते रहे. 

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