
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा सनातन को राष्ट्रीय धर्म बताए जाने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अगर ऐसा है तो मुझे मंदिर जाने से क्यों रोका गया. आजतक से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि ये बात योगी आदित्यनाथ खुद बताएं कि आखिर हमें शूद्र की कैटेगरी में क्यों रखा जाए.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछा कि सनातन ही राष्ट्रीय धर्म है, ये किस किताब में लिखा है? अगर सीएम सनातन की परिभाषा दे रहे हैं और राष्ट्र से जोड़ रहे हैं, लेकिन योगी संविधान की शपथ लेंगे. हम समाजवादियों के लिए सबसे बड़ा धर्म अंबेडकर है. सीएम योगी ये बताएं कि हम शूद्र की कैटेगरी में आते हैं या नहीं.
अखिलेश ने कहा कि मुझे पीतांबरा मंदिर में आमंत्रण मिला था. साधु-संतों ने कहा था कि वह मिलना चाहते हैं. मैं उनसे मिलने और परिक्रमा करने गया था. उनके हवन और कार्यक्रमों में शामिल होने गया था, लेकिन बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने वहां जाने नहीं दिया. काले झंडे दिखाए, नारे लगाए. सभी वीडियो सामने हैं. अखिलेश ने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि मैं संतो के बुलाने पर वहां गया था. क्या बीजेपी के लोग इसलिए जाने नहीं देना चाहते थे कि मैं भी शुद्र हूं? अगर यह लोग मुझे मंदिर जाने से रोक रहे हैं तो उनसे ज्यादा अधर्मी और कोई नहीं हो सकता.
मुगल गार्डन का नाम बदलने पर बोले अखिलेश
इसके अलावा राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का नाम बदलने पर अखिलेश यादव ने कहा, "उद्घाटन का उद्घाटन करना, नाम बदलना, छोटे मियां तो छोटे मियां बड़े मियां सुभान अल्लाह. हमारे यूपी के सीएम नाम बदल रहे हैं, जिस स्टेडियम में आज मैच हो रहा है जहां उन्होंने खुद शपथ ली, वह भगवान विष्णु के नाम पर बना था, उन्होंने अटल बिहारी के नाम पर कर दिया, लेकिन अटल जी के नाम पर कोई काम नहीं किया. लोक भवन जो सपा सरकार में बना, उसके सामने अटलजी की प्रतिमा रख दी. लोग जानना चाहते हैं कि अटल जी की जन्म स्थली में लोग कब काम करेंगे?
बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की टाइमिंग पर सवाल
सपा अध्यक्ष ने गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की टाइमिंग पर भी सवाल उठाया. अखिलेश ने कहा कि आखिर यह बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री क्यों आई है, पहले क्यों नही आई, बनी बहुत पहले थी. बीबीसी की क्रेडिबिलिटी पर सवाल नहीं है, लेकिन चुनाव के समय ही क्यों आई?
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का बचाव
वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि मैं सदन में सीएम योगी से पूछूंगा, स्वामी मौर्य ने जो बयान दिया है क्या वह दोहा या बातें सदन में पढ़ सकते हैं. अगर वह सदन में पढ़ सकते हैं तो मैं जानना चाहूंगा क्यों लिखा है ऐसा.
मजदूरों के परिवार की मदद पर भी उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी से बीजेपी का सफाया होगा. जिस तरह अन्याय बढ़ा है, ये सरकार जातिवादी है. कश्मीर में काम करने वाले यूपी के शख्स की आतंकी हमले में मौत के बाद सरकार ने पीड़ित परिवार की कोई मदद नहीं की. अखिलेश ने कहा कि सरकार का आश्वासन झूठ निकला. हमारी पार्टी ने दोनों मजदूरों के परिवारों को एक-एक लाख रुपये की मदद की.