
बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान विवाद के बाद हुई हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की हत्या कर दी गई थी. अब इस मामले में गुरुवार को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हत्या के मुख्य आरोपी सरफराज और फहीन को एनकाउंटर में पैर में गोली लगी है जिसके बाद अब अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है.
एनकाउंटर के बाद पकड़े गए पांच आरोपी
पकड़े गए आरोपियों को लेकर जानकारी देते हुए बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि जिन पांच लोगों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया है उनके नाम मोहम्मद फ़हीन (नामजद), मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू, मोहम्मद सरफराज (नामजद), अब्दुल हमीद (नामजद) और मोहम्मद अफजल है.
एसपी ने बताई एनकाउंटर की पूरी कहानी
इस एनकाउंटर को लेकर बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला ने कहा, 'पहले पकड़े गए दो आरोपियों की निशानदेही पर मर्डर में इस्तेमाल हथियार की बरामदगी के लिए जब पुलिस टीम उनके बताए जगह पर गई तो वहां रखे अवैध हथियारों से पुलिस पर फायरिंग की गई. जवाबी फायरिंग में दोनों (सरफराज और फहीन) को गोली लगी है. दोनों गंभीर रूप से घायल हैं.'
अधिकारी ने बताया कि हथियार को नेपाल सीमा के पास नानपारा क्षेत्र में छुपा कर रखा गया था. रामगोपाल के मर्डर में उपयोग किया गया हथियार बरामद कर लिया गया है.
आरोपियों पर लगेगा एनएसए: एसपी वृंदा शुक्ला
एसपी वृंदा शुक्ला ने कहा, 'उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है. इस मामले में जैसे-जैसे तथ्य सामने आएंगे उसे तरीके से आगे कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि दंगा के आरोपियों पर एनएसए (रासुका) एक्ट लगाया जाएगा.'
कब और कैसे हुई थी हिंसा
बता दें कि बीते रविवार की शाम करीब छह बजे बहराइच के रेहुआ मंसूर गांव का रहने वाला रामगोपाल मिश्रा (22) दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए जुलूस में आगे-आगे चल रहा था. ये जुलूस जब महराजगंज बाजार में समुदाय विशेष के मोहल्ले से गुजर रहा था तो नारेबाजी और डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों में कहासुनी हो गई. देखते ही देखते ये कहासुनी बवाल में बदल गई.
आरोप है कि इस दौरान छतों से पत्थर फेंके जाने लगे, जिससे विसर्जन में भगदड़ मच गई. इस बीच जो गोलीबारी हुई उसमें रामगोपाल गंभीर रूप से घायल हो गया, उसे बहराइच मेडिकल कॉलेज लाया गया जहां उसने दम तोड दिया. रामगोपाल की मौत की खबर के बाद महराजगंज में बवाल और अधिक उग्र हो गया.