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'सीता' नाम सुनते ही चोरी गई बकरी पहुंची अपने मालिक के पास, घर में छिपाकर बैठा था पड़ोसी

Varanasi News: एक महिला ने पड़ोसी की बकरी चुराकर अपने घर के अंदर कैद कर ली थी. पहचान उजागर न हो सके इसलिए बकरी का पूरा हुलिया भी बदल दिया था. लेकिन एक दिन पड़ोसी दरवाजा बंद करना भूल गया और उसी दौरान असली मालिक की बेटी ने पहचानकर 'सीता' नाम पुकारा तो बकरी लौट आई.

बकरी की सांकेतिक तस्वीर. बकरी की सांकेतिक तस्वीर.
रोशन जायसवाल
  • वाराणसी,
  • 23 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 2:32 PM IST

वाराणसी के भूसौला गांव से एक रोचक किस्सा सामने आया है. जहां एक पशुपालक की पिछले कुछ दिनों से गायब बकरी पड़ोसी के घर से ही मिल गई. दरअसल, मालिक की बेटी ने उसे पहचानकर आवाज दी तो बकरी 'सीता' खुद-ब-खुद लौट आई. चोरी हुई बकरी को पाकर अब पुराने पालक के परिवार में खुशी लौट आई. लेकिन मामला पहले पंचायत और फिर पुलिस थाने तक पहुंचा था.

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वाराणसी के सेवापुरी स्थित कपसेठी थाना इलाके के भूसौला गांव का यह मामला है. यहां की एक महिला निशा देवी ने अपनी ही पड़ोसी रेशमा देवी पत्नी संतोष पर बकरी चोरी का आरोप लगाया. काफी दिनों तक बकरी की खोजबीन हुई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका. लेकिन इत्तेफाक से शुक्रवार को उसी पड़ोसी रेशमा देवी के घर का दरवाजा खुला रह गया और बकरी घर के बाहर निकल आई. 

जब बकरी पर पुराने पशुपालक निशा की बेटी की नजर पड़ी, तो उसने बकरी के नाम 'सीता' पुकारा, तो बकरी भागी-भागी उसके पास जा पहुंची. फिर क्या था? भेद खुल जाने पर गांव में पंचायत भी बैठी. लेकिन बात नहीं बनी. 

इसके बाद पुलिस चौकी पर भी दोनों पक्षों को बुलाया गया और अंत में पुलिस ने भी बकरी उसके असली पशुपालक यानी निशा देवी को सौंप दी. वहीं, इस पूरे मामले में कपसेठी थानाध्यक्ष सतीश कुमार यादव ने बताया कि इस मामले में कोई केस नहीं हुआ था. जिसकी बकरी थी, गुम होने के बाद उसे वापस मिल गई है. 

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