
गुजरात के पोरबंदर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में कानपुर के पायलट सुधीर यादव शहीद हो गए. सुधीर न्यू ईयर पर घर आए थे. उनकी शादी को साल भर भी नहीं हुए थे. पत्नी पटना में जज हैं. बताया जा रहा है कि जज पत्नी सुधीर से मिलकर शनिवार देर शाम पटना लौटी थीं. इसके अगले ही दिन यानी रविवार को सुधीर की मौत की खबर आ गई. जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. आज सुधीर यादव का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
आपको बता दें कि बीते रविवार को पोरबंदर में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में तीन लोग सहित कानपुर के पायलट सुधीर यादव शहीद हो गए थे. सुधीर की मौत की सूचना मिलते ही घर में शोक की लहर दौड़ गई. पड़ोसी, रिश्तेदार परिचित सभी उनके घर पर दुख प्रकट करने पहुंच रहे हैं. कानपुर के श्याम नगर स्थित घर पर लोगों का तांता लगा हुआ है. राजनीतिक पार्टियों के जनप्रतिनिधि भी सांत्वना देने पहुंच रहे हैं.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शहीद सुधीर यादव की शादी 2024 में ही हुई थी. पत्नी आवृत्ति पटना में जूडिशियल अधिकारी हैं. हादसे से एक दिन पहले ही दोनों की मुलाकात हुई थी. लेकिन अगले दिन दुखद घटना हो गई, जिसमें सुधीर की मौत हो गई. सुधीर के पिता नवाब सिंह यादव सेना से रिटायर हैं. जबकि, सुधीर के भाई धर्मेंद्र अभी भी एयरफोर्स में सेवाएं दे रहे हैं. परिवार के और भी सदस्य सेना से जुड़े रहे हैं.
मंगलवार को सुधीर यादव का दाह संस्कार कानपुर देहात के उनके पैतृक गांव में किया जाएगा. घटना वाले दिन सुधीर भारतीय तटरक्षक बल के ध्रुव हेलिकॉप्टर पर सवार थे. आइसीजी के बयान के मुताबिक, आइसीजी एचएएल एसके 3 हेलीकाप्टर CG 859 रविवार को दोपहर 12:15 पोरबंदर एयरपोर्ट पर उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. इसमें दो पायलट थे और एक नाविक था. सुधीर के साथ शहीद होने वालों में उनके कमांडेंट सौरभ और नाविक मनोज शामिल हैं.
देश की रक्षा से जुड़ा यह परिवार अपने वीर सपूत बेटे के बलिदान से जहां दुखी है. वहीं, पिता नवाब सिंह यादव को इस बात का भी दुख है कि इस तरह के हेलिकॉप्टर लगातार दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं. बावजूद ऐसे हेलिकॉप्टर को हटाया नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिनों पहले इसी तरह के हेलिकॉप्टर के दुर्घटना में मेरे बेटे के कर्नल की मौत हो गई थी.
इससे भी पहले सितंबर में भी एक दुर्घटना हुई थी, जहां इसी तरह का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बावजूद भी इन हेलिकॉप्टर को हटाया नहीं गया. सुधीर के घर पर सेना से जुड़े लोग भी सांत्वाना देने पहुंच रहे हैं.