
यूपी के गोरखपुर में एक 28 वर्षीय डॉक्टर की हार्ट अटैक से मौत हो गई. वह देवरिया से गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अपने पूर्व डॉक्टर साथियों से मुलाकात करने और NOC क्लियर कराने आए थे. डॉक्टर के सीने में अचानक से दर्द उठा था. जिसके बाद वह बेहोश होकर गिर पड़े. आनन-फानन में उन्हें आईसीयू में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
अचानक हार्ट अटैक से युवा डॉक्टर की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज परिसर में मातम छा गया. इस घटना के बाद लोगों के मन में डर सा बैठ गया है. उनका कहना है कि कोरोना के बाद इस तरह के मामले बढ़े हैं, जहां ठीक-ठाक दिख रहा व्यक्ति अचानक से मौत के मुंह में समा जा रहा है.
मृतक डॉक्टर का नाम अभिषेक कुमार है. अभिषेक अपने साथियों से मुलाकात करने गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे. यहां बातचीत करते-करते उन्हें सीने में दर्द महसूस हुआ. फौरन उनको डॉक्टर के पास ले जाया गया और आईसीयू में भर्ती कराया गया, लेकिन तब बहुत देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने अभिषेक को मृत घोषित कर दिया.
अभिषेक कुमार ने गोरखपुर बीआरडी से ही एमबीबीएस किया हुआ था. मौजूदा समय में वह देवरिया रेलवे हॉस्पिटल में तैनात थे. उनकी मौत के बाद परिजनों समेत यार-दोस्तों में कोहराम मच गया. लोग यकीन नहीं कर पा रहे कि एक हंसता-खेलता युवा डॉक्टर अब उनके बीच नहीं रहा. फिलहाल, शव के पोस्टमार्टम के बाद विसरा सुरक्षित कर लिया गया है. जांच के बाद मौत का सही कारण पता चल पाएगा.
क्या कहना है प्राचार्य का?
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर गणेश कुमार ने कहा कि डा. अभिषेक मेडिकल कॉलेज के छात्र रहे हैं. फिलहाल वह देवरिया के रेलवे अस्पताल में पोस्टेड थे. अचानक उनके सीने में दर्द उठा. जैसे ही उन्हें आईसीयू में लाया गया उनकी मौत हो गई. बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था. पीएम के बाद शव को परिजन को सौंप दिया गया है और विसरा सुरक्षित रखा गया है.
गैस समझकर एसिडिटी की दवा ली थी
28 वर्षीय डॉ. अभिषेक कुमार बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 2016 बैच के छात्र रहे हैं. वह अपने कुछ साथियों से मुलाकात करने के लिए यहां आए थे. बताया जा रहा है कि मुलाकात के दौरान अचानक उनके सीने में दर्द उठा तो उन्होंने गैस समझकर एसिडिटी की दवा ली और अपने एक डॉक्टर साथी की बाइक पर बैठकर कार्डियो डिपार्टमेंट में दिखाने के लिए चल दिए. जैसे ही वह बाइक से डिपार्टमेंट की तरफ पहुंचे ही थे कि अचानक बाइक पर ही बेहोश होकर अपने साथी के पीठ पर लुढ़क गए. फौरन उन्हें आईसीयू में ले आया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. साथी डॉक्टरों में जब इसकी सूचना मिली तो वो सकते में आ गए.
गौरतलब है कि कोरोना के बाद ऐसे मामले काफी बढ़े हैं. जहां अचानक से खेलते, नाचते, बैठते, जिम करते वक्त मौतों का सिलसिला सा चल पड़ा है. इसके शिकार यंग लोग ज्यादा हो रहे हैं. ऐसे में सरकार से इस ओर ध्यान की अपील की जा रही है.