
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में करीब दो महीने पहले ज्वेलरी शॉप पर दिनदहाड़े हुए लूटकांड में एक और गिरफ्तारी हुई है. यूपी एसटीएफ ने 66 दिन बाद लूट में शामिल एक इनामी अपराधी अंकित यादव उर्फ शेखर को गिरफ्तार किया है. उस पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. इस मामले में पुलिस ने अबतक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अपराधी मारे जा चुके हैं.
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि यूपी एसटीएफ ने सुल्तानपुर में दिनदहाड़े हुई डकैती के सिलसिले में एक इनामी अपराधी को गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान अंकित यादव उर्फ शेखर के रूप में हुई है. अंकित वही अपराधी है, जो कि मंगेश यादव, अनुज सिंह, फुरकान के साथ दुकान में घुसा था. वह इससे पहले भी लूट की कई घटनाओं में शामिल रह चुका है. एसटीएफ ने सोमवार को उसे एक गुप्त सूचना के आधार पर प्रयागराज के छिवली रेलवे स्टेशन के बाहर से गिरफ्तार किया था. डीएसपी धर्मेश कुमार शाही के नेतृत्व में चलाए गए अभियान में अंकित यादव के कब्जे से 755 ग्राम चांदी के आभूषण भी जब्त किए गए.
अपनी गिरफ्तारी के बाद अंकित यादव ने डकैती में अपनी संलिप्तता का खुलासा किया और अपने साथियों के रूप में अनुज प्रताप सिंह (मृत), फुरकान, अरबाज और मंगेश यादव (मृत) का नाम लिया. एसटीएफ के बयान के अनुसार, यादव ने जांचकर्ताओं को बताया, "डकैती की योजना सावधानीपूर्वक बनाई गई थी. दुकान की रैकी के बाद गैंग के सभी लोगों को अलग-अलग काम सौंपा गया था."
उसने पुलिस को बताया कि लूट का माल बांटने के बाद अंकित यादव गिरफ्तारी से बचने के लिए कई शहरों में घूमता रहा. अंकित यादव पर आपराधिक मामलों का इतिहास रहा है और उन पर कई जिलों में शस्त्र अधिनियम सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
28 अगस्त को ज्वेलरी शॉप पर डाली गई थी डकैती
बता दें कि सुल्तानपुर के ठठेरी बाजार में बीते 28 अगस्त को भारत ज्वेलर्स शॉप पर दिनदहाड़े डकैती डालकर करीब दो करोड़ रुपये की ज्वेलरी के लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था. जिस दुकान में ये लूट हुई थी, वो पुलिस थाने में महज 500 मीटर की दूरी पर थी. इस वारदात को अंजाम देने के नकाबपोश बदमाश हथियार लेकर दुकान के अंदर घुसे और 10 से 15 मिनट में ही इतनी बड़ी लूट को अंजाम दे दिया. उसके बाद पिस्टल लहराते हुए बाइकों से भाग गए.
अबतक दो का एनकाउंटर, 12 अरेस्ट
पुलिस ने बताया था कि जिस विपिन सिंह गैंग ने इस वारदात को अंजाम दिया था, उसने इससे पहले लखनऊ और सूरत में घटना को अंजाम दिया था. लूट में इस्तेमाल मोटरसाइकिल जौनपुर से चोरी की गई थी जिसमें मंगेश यादव की भूमिका थी. भागने के लिए बोलेरो का इस्तेमाल किया गया. इस मामले में पुलिस ने 5 सितंबर को मंगेश यादव का एनकाउंटर कर दिया था, जिसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से लेकर दूसरे विपक्षी दलों के नेताओं ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था, जिनका कहना था कि ये मुठभेड़ फर्जी है. इसके बाद पुलिस ने 23 सितंबर को उन्नाव में दूसरे आरोपी अनुज सिंह की मुठभेड़ के बाद मौत हो गई. पुलिस ने अबतक इस मामले में 12 संदिग्धों को पकड़ लिया है.