
यूपी के सुल्तानपुर में ज्वेलर्स की दुकान पर डकैती डालने वाली गैंग 14 बदमाशों की थी. इनमें से 11 बदमाशों की या तो गिरफ्तारी हो चुकी है या फिर एनकाउंटर हो गया है. यूपी एसटीएफ ने मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है, जबकि बचे हुए कुछ बदमाशों को या तो एनकाउंटर के बाद या फिर उन्हें घेरकर गिरफ्तार कर लिया. इनके अलावा अबतक तीन बदमाश फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें लगी हुई हैं.
बीते 28 अगस्त को सुल्तानपुर के ठठेरी बाजार स्थित ओम ऑर्नामेंट नाम की दुकान में कुछ नाकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने दिनदहाड़े डाका डाला था. इस दौरान हथियारों के बल पर दुकानदार और दुकान में मौजूद अन्य लोगों को बंधक बनाकर डकैती को अंजाम दिया गया था. ज्वेलर ने बताया कि करीब बदमाशों ने करीब दो करोड़ रुपये की लूट को अंजाम दिया था.
29 अगस्त को विपिन सिंह ने कर दिया सरेंडर
इस घटना के अगले ही दिन यानी 29 अगस्त को बदमाशों की गैंग के सरगना विपिन सिंह ने रायबरेली कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. विपिन सिंह वही बदमाश है, जिसने मीडिया से बात करते हुए अपने एनकाउंटर की आशंका जताई थी. इसके बाद पुलिस ने तीन सितंबर को सुल्तानपुर कोतवाली क्षेत्र में पुष्पेंद्र सिंह, त्रिभुवन कोरी और सचिन सिंह को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया था. ये तीनों ही बदमाश इस घटना के लिए रेकी करने और घटना वाले दिन बोलेरो से भागने के बैकअप में थे.
5 सितंबर को हुआ था मंगेश यादव का एनकाउंटर
बीते पांच सितंबर को डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव की एसटीएफ से मुठभेड़ के बाद मौत हो गई थी. पुलिस ने ये एनकाउंटर सुल्तानपुर के ही देहात कोतवाली के हनुमानगंज बाईपास पर किया था. आरोपी फरार चल रहा था और उस पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. जौनपुर के बक्श थाना इलाके का रहने वाले मंगेश यादव ने पुलिस पर पहली गोली चलाई थी, जिसके बाद पुलिस ने बचाव में गोली चलाई. मंगेश यादव पर पहले से दर्जनों केस दर्ज थे.
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पुलिस ने पांच और बदमाशों को किया गिरफ्तार
इसके बाद सुल्तानपुर पुलिस को चार और बदमाशों को एनकाउंटर किए बिना गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली. मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद 11 सितंबर को सुल्तानपुर पुलिस ने विवेक सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद यादव और दुर्गेश सिंह को गिरफ्तार किया. इसके बाद एसटीएफ की 20 सितंबर को अजय यादव से मुठभेड़ हुई, जिसमें बदमाश के पैर में गोली लगी. पुलिस ने जिला अस्पताल में इलाज कराने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया.
अनुज प्रताप सिंह का उन्नाव में हुआ एनकाउंटर
इस घटना के तीन दिन बाद ही आरोपी अनुज प्रताप सिंह और उसके सहयोगी के साथ एसटीएफ की मुठभेड़ हुई. यह मुठभेड़ उन्नाव के अचलगंज थाना इलाके में हुई, जिसमें एक बदमाश घायल हुआ और दूसरा मौके का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहा. घायल बदमाश को प्राथमिक इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां शुरुआती उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक की शिनाख्त अमेठी के मोहनगंज थाना इलाके के रहने वाले अनुज प्रताप सिंह पुत्र धर्मराज सिंह के रूप में हुई.
दुकान के अंदर घुसे थे 5 बदमाश
यूपी पुलिस की ओर से बताया गया कि सर्राफा की दुकान को लूटने के लिए पांच बदमाश घुसे थे. जिनमें अंकित यादव, अरबाज, मंगेश यादव, अनुज प्रताप सिंह और फुरकान शामिल थे. दुकान के अंदर घुसने वाले दो बदमाश मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. इसके अलावा तीन बदमाश फुरकान, अरबाज और अंकित यादव फरार हैं. इन तीनों पर यूपी पुलिस की ओर से एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है.