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रियासी टेरर अटैक: खाई में गिरने के बाद भी गोलियां बरसा रहे थे आतंकी... मैरिज एनिवर्सरी मनाने गए घायल की आपबीती

वाराणसी के काल भैरव इलाके के रहने वाले मिश्रा परिवार में बेटे और बहू का स्वागत ठीक उस तरह किया गया, जैसे एक साल पहले बेटा अतुल ने बहु नेहा को शादी करके पहली बार लाया था. दरअसल, अतुल और नेहा शादी की सालगिरह मनाने के लिए वैष्णो देवी और शिवखोड़ी गए थे. जब दोनों शिवखोड़ी दर्शन करके लौट रहे थे, तभी रियासी में बस पर आतंकी हमला हो गया.

बेटे और बहू का स्वागत करती मां. बेटे और बहू का स्वागत करती मां.
रोशन जायसवाल
  • वाराणसी ,
  • 11 जून 2024,
  • अपडेटेड 11:47 PM IST

जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में हुए आतंकी हमले में शादी की सालगिरह मनाने गए वाराणसी के अतुल और उनकी पत्नी नेहा घायल हो गए. दोनों वैष्णो देवी फिर शिवखोड़ी दर्शन करके बस में सवार होकर लौट रहे थे. तभी रियासी में बस पर आतंकी हमला हो गया. अतुल ने बताया कि उस रास्ते से और भी बस गुजर रही थी, लेकिन किसी पर भी आतंकियों ने हमला नहीं किया.  

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वाराणसी के काल भैरव इलाके के रहने वाले अतुल ने आपबीती सुनाते हुए कहा, रविवार शाम साढ़े 5 बजे में शिवखोड़ी दर्शन करने के बाद बस में सवार हुए और 6 बजते आतंकी हमला हो गया और फायरिंग शुरू हो गई. उस रास्ते से और भी बस गुजर रही थी, लेकिन किसी पर भी आतंकियों ने हमला नहीं किया. सिर्फ हमारे ही बस को निशाना बनाया और फायरिंग शुरू कर दी.

ये भी पढ़ें- J-K: शिवखोड़ी गुफा के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की बस पर आतंकी हमला, 10 लोगों की मौत

'पति-पत्नी बस के बीच वाले गलियारे में लेट गए'

हमारी सीट आगे थी. जैसे ही फायरिंग शुरू हुई, तो हम पत्नी के साथ बस के बीच वाले गलियारे में फर्श पर लेट गए. फिर बस खाई में गिर गई. गोली चलते ही बस के सभी शीशे चकनाचूर होने लगे. समझ में आ गया कि हमला हुआ है. खाई में गिरने के बाद भी आतंकी बस पर उस समय तक गोलियां बरसाते रहें जब तक बस से चीख-पुकार थम नहीं गई. 

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अतुल और उनकी पत्नी नेहा.

'पीछे बैठे शख्स के सिर में गोली लगने से हुई मौत'

अतुल ने आगे बताया कि बस के गलियारे के बीच में वे पड़े थे और उनके शरीर के ऊपर भी दो लोग थे. इससे उनके हाथ में चोट आ गई. किसी तरह सिर्फ बचने का ख्याल दिमाग में चल रहा था. मेरे पीछे बैठे एक आदमी के सिर में गोली लग गई थी और वह मर गया. कभी न भूलने वाला मंजर आजीवन याद रहेगा. इस हमले में उनके सिर पर चोट आई है. हाथ टूट गया है और पूरे शरीर में दर्द है. 

'परिजनों ने ठीक एक साल पहले जैसे किया स्वागत' 

अतुल की पत्नी नेहा ने बताया कि उनको उम्मीद ही नहीं थी कि वे बच जाएंगे. घर वालों तक कैसे खबर पहुंचेगी? यहीं दिमाग में चल रहा था. नेहा कहते-कहते रो पड़ी कि घर वापस आकर बहुत भावुक हो गई हैं. घर आने पर दोनों का स्वागत ठीक एक साल पहले उस वक्त की तरह किया गया, जैसे एक साल पहले शादी करके पहली बार आए थे. 

अतुल के माता-पिता ने कही ये बात

अतुल की मां सुनीता ने बताया कि वे बहुत खुश हैं. क्योंकि उनका बेटा और बहू वापस घर आ गए हैं. इसके लिए वे माता रानी और भोले बाबा को धन्यवाद देते हैं. अतुल के पिता राजेश ने एक बार फिर पीएम मोदी से अपील की कि एक बार फिर आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक किया जाए.
 

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